Wheat Price : किसानों को ऑनलाइन मिल रही गेहूं का उन्नत बीज, जल्द करें आवेदन
Improved Wheat Varieties : जल्द ही रबी का सीजन शुरू होने वाला है। जिस दौरान सबसे अधिक किसान गेहूं की फसल की खेती करते है। भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (ICAR–IIWBR) ने कृषकों को गेहूं की नई उन्नत किस्में उपलब्ध कराने के लिए बुकिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है। संस्थान किसानों को उनके क्षेत्र की जलवायु के आधार पर गेहूं की किस्मों का बीज देगा। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) में 16 और 17 सितंबर 2024 को दो दिवसीय कृषि मेले (Rabi) के दौरान किसानों को उन्नत बीज, कृषि यंत्र, मिट्टी और पानी की जांच सहित कृषि की नई तकनीकों से परिचित कराया गया।
The Chopal, Improved Wheat Varieties : बीज पोर्टल पर गेहूं की उन्नत किस्में चयनित करने के लिए किसान आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और पासवर्ड बना सकते हैं। भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल के बीज पोर्टल पर गेहूं की उन्नत किस्मों के बीज खरीदने के लिए इच्छुक किसान बुकिंग कर सकते हैं। आईसीएआर-आईडब्ल्यूबीआर बीज पोर्टल पर गेहूं की उन्नत किस्मों में करण वैदेही (DBW 370), करण वृंदा (DBW 372), करण वरुणा (DBW 372), करण शिवानी (DBW 327), करण आदित्य (DBW 332), करण ऐश्वर्या (DBW 296), करण प्रेमा (DBW 316), करण वैष्णवी (DBW 303), करण वंदना (DBW 187), करण नरेंद्र (DBW 222), करण बोल्ड आदि किस्मों के बीज उपलब्ध होंगे।
10 अक्टूबर को मिलेगा बीज
ICAR-आईआईडब्ल्यूबीआर बीज पोर्टल पर पंजीयन करने वाले हर किसान को 10 किलो गेहूं की नई उन्नत किस्म का बीज बैग मिलेगा। यह बीज किसानों को 50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिलेगा, यानी किसान को 10 किलोग्राम के एक बीज बैग के लिए कुल 500 रुपये देना होगा। 10 अक्टूबर से किसानों को गेहूं मिलना शुरू हो जाएगा।
उन्नत और नवीन गेहूं की बुकिंग कैसे करें?
- किसान को इसके लिए https://www.iiwbrseed.in/ लिंक पर जाना होगा।
- पोर्टल पर किसान अपनी पसंद की भाषा चुन सकते हैं।
- आईसीएआर-आईआईडब्ल्यूबीआर बीज पोर्टल पर बीज बुकिंग केवल किसान के आधार कार्ड पर की जा सकेगी।
- OTP आपके द्वारा दिये गये मोबाइल नंबर पर ही मिलेगा।
- रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद किसान लॉग-इन करें।
- पसंद की किस्म चुनें और अपनी स्क्रीन पर सफल पंजीकरण का डायलॉग बॉक्स देखें।
- अगले 15 दिनों में IIWBR द्वारा बीज की डिलीवरी का संदेश भेजा जाएगा।
किसानों ने आगामी रबी फसलों के लिए बीज खरीदे (Farmers bought seeds for upcoming Rabi crops)।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मेले का विषय “फसल अवशेष प्रबंधन” था। मेले में विभिन्न विश्वविद्यालयों के विभागों और निजी क्षेत्र की कंपनियों द्वारा नई तकनीकों की जानकारी देने के लिए 262 स्टाल लगाए गए। साथ ही किसानों को प्रमाणित रबी बीज उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त प्रबंधन किया गया था। मेले में किसान आगामी रबी फसलों के बीजों के लिए बहुत उत्साहित थे। मेले में किसानों ने गेहूं, जौ, सरसों, चना, मेथी, मसूर, बरसीम, जई और मक्का की उन्नत किस्मों का बीज लगभग 14 लाख 90 हजार 60 रुपये में खरीदा।