Wheat Rate: गेहूं के भाव में बड़ी गिरावट, आटे के बढ़ गए दाम, क्या है वजह
Wheat Flour Price : गेहूं के रेटों में लगातार हो रही बढ़ोतरी अचनाक रुक गयी है। वहीं अगर आटे की बात की जाए तो लगातार बढ़ोतरी (wheat flour rate hike) जारी है। परंतु इस गिरावट के कारण किसानों का मुनाफा कम हो गया है। वही आम जनता को गेहूं का आटा खरीदने के लिए ज्यादा पैसे चुकाने पड़ रहे हैं। आज हम आपको दोनों के ताजा रेट बताने वाले हैं।
The Chopal, Wheat Flour Price : आज के समय में जहां गेहूं में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है, वहीं गेहूं के आटे का रेट लगातार बढ़ रहा है। इसी बीच आज हम आपको गेहूं और आटे के ताजा रेट (wheat rate today) बताने वाले है।
बीते दिनों गेहूं के भाव में लगातार तेजी देखने को (wheat price 12 july)मिल रही थी लेकिन अब गेहूं के रेट में गिरावट आई है और इसी बीच गेहूं के आटे के भाव लगातार बढ़ रहे है। जिससे आम आदमी की रसोई का बजट बिगड़ता दिखाई दे रहा है।
किस वजह से आया अंतर
बाजार में गेहूं जैसे ही MSP 2425 रूपए (wheat MSP) से ऊपर बिकने लगा तो सरकार ने भाव कंट्रोल करने के लिए ओएमएसएस के तहत गेहूं रिज़र्व रेट जारी कर दिआ। जिसकी वजह से गेहूं के भाव में कुछ हद तक लगाम लगाई जा सके। परंतु अभी भी गेहूं के आटे को नियंत्रित नहीं किया जा सका है।
हाल ही में गेहूं का भाव एमएसपी के करीब ही चल रहा है। परंतु आटे की कीमतें बढ़कर 40 से ₹50 प्रति किलो तक (wheat flour rate today) पहुंच चुकी है।
किसानों को हुआ नुकसान
गेहूं के भाव में कमी आने की वजह से किसानों को भारी नुकसान (gehu ke daam) का सामना करना पड़ रहा है और उनके चेहरे पर मायूसी देखी जा सकती है। वही लगातार आटे की बढ़ रही कीमतों की वजह से ग्राहकों को महंगे रेट पर आटा खरीदना पड़ रहा है। गेहूं और आटे की कीमतों में अंतर कि वजह से ग्राहकों कि समस्या बढ़ गयी है।
अभी और आएगी गिरावट
इस बारे में जैसे ही एक्सपर्ट से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी भी गेहूं के रेट में गिरावट आने का अनुमान लगाया जा रहा है। क्योंकि इस बार सरकार के पास पर्याप्त स्टॉक है तो गेहूं की कीमत नहीं आएगी और सरकार सस्ते भाव में गेहूं उपलब्ध करवाती रहेगी। इस वजह से गेहूं के भाव में गिरावट आने का अनुमान है।
कहां तक जायेगा गेहूं का रेट
देश भर कि कई मंडियो में गेहूं के भाव एमएसपी से नीचे चल रहा है। हालांकि यह गेहूं का सबसे न्यूनतम रेट है। लेकिन खराब गुणवत्ता वाला गेहूं इससे भी सस्ता खरीदा जा सकता है। हालांकि गेहूं का अधिकतम भाव एमएसपी के आसपास चल रहा है। अब सरकार आते के भाव पर लगाम कसने कि योजना बना रही है। जिससे ग्राहकों को राहत की सांस मिल सके।
