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Wheat: घर में रखे गेहूं में सालों तक नहीं पड़ेगा एक भी कीड़ा, फ्री में करें ये इलाज

घर में रखे गेहूं को लोग स्टोर करने के लिए लोग कई तरह की गोलियां और केमिकल का इस्तेमाल करते हैं. जिसका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है. परंतु हम आपको ऐसा तरीका बता रहे हैं इससे आपका स्वास्थ्य भी बचेगा और गेहूं में एक कीड़ा भी नहीं पड़ेगा.
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घर में रखे गेहूं में सालों तक नहीं पड़ेगा एक भी कीड़ा, फ्री में करें ये इलाज

देशभर में ज्यादातर लोग गेहूं को लंबे समय तक घर में स्टोर करके रखते हैं. उसे गेहूं को खराब होने से बचने के लिए कई तरह के तरीके अपनाते हैं. जिसमें आधे से ज्यादा तरीके कारगर नहीं होते जो गेहूं को सुरक्षित रख सके. ऐसे में बहुत बार गेहूं खराब हो जाता है. कई बार लोग घर में रखें गेहूं को कीटों या अन्य जीव जंतुओं से बचाने के लिए कई तरह के केमिकल या गोलियों का इस्तेमाल करते हैं. परंतु हम आपको गेहूं बचाने का जो नुस्खा बता रहे हैं वो पुराने जमाने का है जो उसे समय दादी-नानी इस्तेमाल करती थी. यह तरीका इतना कारगर हैं कि ना तो गेहूं खराब होता और ना ही किसी प्रकार के घुन या कीड़े इसमें पड़ेंगे.

बिना खर्च के गेहूं रहेगा सुरक्षित

आज के समय में ज्यादातर लोग गेहूं को कीड़ों से बचने के लिए जिस बर्तन या टंकी में रखते हैं उस पर केमिकल का लेप या दवाई मिलाते हैं. परंतु देश के कई स्थानों पर सदियों से पुराने तरीके चल रहे हैं. उनमें से बुंदेलखंड भी ऐसा इलाका है जहां गेहूं को राख में मिलाकर रखने का पुराने समय से रिवाज चला आ रहा है. एक तो राख आपके घर में ही मिल जाती है. इसके लिए आपको किसी तरह का अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ता और साथ ही केमिकल या अन्य दावों की तरह राख में गेहूं रखने से स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं पड़ता.

गेहूं की फसल कटाई के दौरान ग्रामीण और शहरी इलाकों में लोग गेहूं खरीद करें स्टोर करते हैं. ताकि बाद में उन्हें गेहूं महंगा होने पर ज्यादा खर्च न करना पड़े. घर में रखे हुए गेहूं को बचाने के लिए लोग गोलियां अनाज की बोरियों के अंदर रख देते हैं. उन गोलियों में इतनी ज्यादा बदबू होती है कि आटे से भी हल्की-हल्की आती रहती है. जिसका स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है.

नहीं आएगी गेहूं से बदबू

गांव में तो राख आसानी से मिल जाती है. परंतु शहर में गेहूं स्टोर किए हुए लोगों को राख मिलना मुश्किल हो जाता है. परंतु बुंदेलखंड के लोग जहां ईंट और मिट्टी के बर्तन तैयार होते हैं वहां राख का ढेर मिल जाता है. वहां से राख को उठाकर घर ले आते हैं. और इसको गेहूं में मिक्स कर देते हैं. ऐसा करने से गेहूं में सालों तक एक भी कीड़ा नहीं पड़ता. एक ग्रामीण ने हमें बताया कि अनाज में राख मिलने से कीड़े नहीं पड़ते और स्वास्थ्य पर भी किसी प्रकार का बुरा असर नहीं पड़ता. गांव के लोग साफ और बिना बदबू वाला गेहूं खाने के लिए इसमें राख को मिलते हैं.