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झांसी को मूंगफली क्लस्टर के रूप में विकसित करेगी योगी सरकार, किसानों का बढ़ा रुझान

उत्तर प्रदेश में पिछले एक दशक के दौरान मूंगफली का रकबा बढ़ गया है. किसानों के मूंगफली के प्रति बढ़ते हुए रुझान को देखते हुए. योगी सरकार झांसी को मूंगफली क्लस्टर के रूप में विकसित करेगी. विदेशों में किसानों का माल भेजा जाएगा.
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झांसी को मूंगफली क्लस्टर के रूप में विकसित करेगी योगी सरकार, किसानों का बढ़ा रुझान

Jhansi: उत्तर प्रदेश में मूंगफली उत्पादन 4.7 फीसदी है. परंतु पहले ये सिर्फ दो फीसदी था. बीते कुछ सालों में इसमें ढाई गुना बढ़ोतरी हुई है. उन्नत खेती को बढ़ावा देने के लिए विश्व बैंक की मदद से चलाई जा रही यूपी एग्रीज योजना के तहत योगी सरकार ने झांसी जिले को मूंगफली क्लस्टर के रूप में विकसित करने की प्लानिंग की है. इसके बाद झांसी मूंगफली के लिए भी जाना जाएगा. झांसी की मूंगफली उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के बाजरों और दूसरे राज्यों की मार्केट में उपलब्ध होगी. इतना ही नहीं यहां की मूंगफली विदेशी बाजारों में भी निर्यात की जाएगी.

मूंगफली के लिए जाना जाएगा झांसी

राज्य का झांसी जिला सॉफ्ट टॉयज के रूप में जाना चाहता है परंतु अब यह है मूंगफली में भी अग्रणी होगा. कृषि अधिकारियों का कहना है कि ज्यादा उपयोग में ली जाने वाली मूंगफली के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार अब रुचि दिखा रही है. इसके बाद मूंगफली के रकबे में बढ़ोतरी हुई है. जिससे ढाई गुना ज्यादा उत्पादन बड़ा है. हालांकि देश की बात करें तो सबसे ज्यादा मूंगफली का उत्पादन, गुजरात और राजस्थान में होता है.

मूंगफली का रकबा बढ़ा

डायरेक्टर ऑफ़ इकोनॉमिक्स एंड स्टेट मिनिस्ट्री ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड फार्मर वेलफेयर के 2013-14 से 2015-16 के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में इस दौरान 49.3 लाख हेक्टेयर रकबे प्रमुख फली की खेती होती थी. परंतु अब इस रकबे में इजाफा हुआ है. यूपी में करीब एक दशक के दौरान मूंगफली रकबे में इजाफा हुआ है. मूंगफली उत्पादन में गुजरात टॉप नंबर पर है जहां 20 लाख हेक्टेयर साथ देश का 47 फीसदी मूंगफली उत्पादन होता है. इसके बाद राजस्थान की 16 फ़ीसदी और तमिलनाडु की 10 फ़ीसदी उत्पादन में हिस्सेदारी है.

दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में बढ़ती मांग

किसानों के बढ़ते हुए रुझान मूंगफली की बड़े पैमाने पर प्रदेश में खपत साथ ही विदेशी बाजारों जैसे वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस इत्यादि दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में बढ़ती हुई मांग के चलते यूपी सरकार हैप्पी एग्री योजना के तहत झांसी को मूंगफली के क्लस्टर के रूप में विकसित करेगी.

वैज्ञानिकों का मानना है कि, बड़े पैमाने पर मूंगफली के तेल का इस्तेमाल खाना पकाना और सौंदर्य उत्पादों में इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही इसमें कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो स्किन और बालों के लिए लाभदायक है. मूंगफली मूंगफली में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और ऊर्जा पाई जाती है. इसका पीनट बटर, चटनी, सलाद, स्नेक्स इत्यादि कई कामों में इस्तेमाल होता है. मूंगफली का छिलका ईंधन के रूप में भी इस्तेमाल होता है. मूंगफली के साथ-साथ उसके छिलके के दाम से किसानों को आमदनी मिलेगी.