Nano Urea : अब बोरी की जगह आधा लीटर तरल नैनो यूरिया से चल जाएगा काम, इफको की नई तकनीक,
The Chopal , New Delhi Nano Urea : भारत में कई क्षेत्रों में क्रान्ति ला चुकी नैनो तकनीक अब कृषि क्षेत्र में अपना कमाल दिखाने वाली है. बोरे भरकर खेतों में खाद का छिड़काव अब बीते दिन की बात होगी. दुनिया का पहला नैनो तकनीक आधारित यूरिया भारत में तैयार कर लिया गया है और
Jun 1, 2021, 16:51 IST

The Chopal , New Delhi
Nano Urea : भारत में कई क्षेत्रों में क्रान्ति ला चुकी नैनो तकनीक अब कृषि क्षेत्र में अपना कमाल दिखाने वाली है. बोरे भरकर खेतों में खाद का छिड़काव अब बीते दिन की बात होगी. दुनिया का पहला नैनो तकनीक आधारित यूरिया भारत में तैयार कर लिया गया है और इसे ईजाद करने में राजस्थान प्रदेश के जोधपुर मूल के वैज्ञानिक डॉ. रमेश रलिया की खास भूमिका है.
इफको ने हाल ही में हुई अपनी 50वीं वार्षिक आम बैठक में नैनो तकनीक आधारित यूरिया लॉच किया है. इस नैनो खाद का पेटेंट जोधपुर मूल के वैज्ञानिक डॉ. रमेश रलिया के नाम है. डॉ. रलिया की पेटेंटेड तकनीक के माध्यम से कलोल स्थित नैनो जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केन्द्र में तैयार किया गया नैनो यूरिया आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर कृषि की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा. Nano Urea
