हरियाणा, पंजाब व राजस्थान के इन जिलों में बरसात जारी, बाकि जिलों में 3 घंटों में बारिश संभव, देखें
The Chopal , Haryana
Rain Continue : हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ जिलों में फिलहाल बारिश जारी है. साथ ही मौसम विभाग के मुताबिक अगले 3 घंटों में इन जिलों में होगी बारिश देखें लिस्ट,
अम्बाला, यमुनानगर, पंचकूला, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, पानीपत, सोनीपत,पलवल, फरीदाबाद, मेवात, गुरुग्राम, रोहतक, झज्जर, भिवानी, चरखीदादरी, महेंद्रगढ़, रेवाडी, फतेहाबाद, , हिसार व सिरसा जिलों में व इस के आसपास के क्षेत्रों में तेज हवायों व गरजचमक के साथ कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान.
दिल्ली एनसीआर में सुबह बरसात के बाद दक्षिण से उत्तर में बादल बढ़ते हुए हरियाणा के जीटी रोड़ बेल्ट से लगते जिलों में सभी जगह हल्की से मध्यम तो कुछ जगह काफी अच्छी बारिश कर रहे है.
इस समय शामली, मुजफ्फरनगर, यमुनानगर, सहारनपुर, करनाल, यमुनानगर, कैथल, जींद, फतेहाबाद(पूर्वी हिस्से) में अच्छी बारिश जारी है जो अगले 2 घण्टे बनी रहेगी. अभी तक हरियाणा उत्तरी राजस्थान कपास बेल्ट में व्यापक स्तर पर बरसात नहीं हुई है, अभी अभी इन कुछ इलाकों में बारिश जारी है.
अभी ताज़ा की बात करें तो गरज के बादलों का निर्माण हो रहा है इन हिस्सों, छोटे पैमाने पर हनुमानगढ़, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, चूरू, झुंझनु, मनसा, बठिंडा, बरनाला, मोगा, संगरूर में कुछ जगह हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बन रही है आज दोपहर से देर शाम के बीच. श्रीगंगानगर, फाजिल्का, अबोहर में अभी बारिश का बादलों का निर्माण नहीं हुआ है. हालांकि दिए गए जिलों में कुछ जगह हल्की बारिश जारी है. Rain Continue
मौसम आधारित कृषि सलाह,
• खरीफ फसलों, सब्जियों व फलदार पौधों में यदि आवश्यक हो तभी सिंचाई करे.
• अगले 3 दिनों में यदि पानी उपलब्ध हो तो धान की पौध की रोपाई सुबह व सांय ही करे तथा बारिश आने पर पौध की रोपाई जारी रखे.
• नरमा कपास व अन्य फसलों में स्प्रे करते समय बदलते मौसम का ध्यान अवश्य रखे.
• ग्वार बाजरा आदि फसलों की बिजाई के लिए उत्तम किस्मों के प्रमाणित बीजों का प्रबंध करे तथा खेतों को तैयार करे ताकि अच्छी बारिश होने पर बिजाई की जा सके.
• मॉनसून की बारिश की संभावना को देखते हुए हरियाणा सरकार द्वारा मान्यताप्राप्त नर्सरी या विश्विद्यालय के उधानविभाग की नर्सरी से उत्तम किस्मों के फलदार पौधों को लेकर अपने खेतों में पौधे अवश्य लगाए
– डॉ मदन खीचड़ विभागाध्यक्ष कृषि मौसम विज्ञान विभाग, चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार