बिपरजॉय तूफान से राजस्थान के इन जिलों में 25% बारिश, बस इतने घंटे बाद रेगिस्तान में दस्तक देगा मानसून, जानें अपडेट
Rajasthan Weather: राजस्थान के लिए मॉनसून के इंतजार में उपयुक्त वक्त के बाद अच्छी खबर आ सकती है। बिपरजॉय साइक्लोन के संकट के बाद अब मॉनसून राजस्थान की ओर अपनी पहुंच कुछ बढ़ा रहा है, लेकिन इसके लिए 200 से 240 घंटे की प्रतीक्षा की जा सकती है। यहां तक कि बिपरजॉय तूफान ने पहले ही 25% बारिश के कोटे को पूरा कर दिया है।
राजस्थान में मानसून की प्रवेश तिथि 30 जून तक हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी से पूर्वी ओर मानसून की प्रवृत्ति के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ हैं। इसलिए, जून के अंतिम सप्ताह में मानसून की प्रवेश की संभावना है। हालांकि, राजस्थान में 25 जून से फिर से बारिश की उम्मीद है। इस दौरान, प्री-मानसून की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 27 से 29 जून के बीच राजस्थान में मानसून की प्रवेश की मजबूत संभावना है, लेकिन तूफान के गुजर जाने के बाद स्थिति पूरी तरह से अनिश्चित है।
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मानसून से पहले ही बिपरजॉय तूफान के कारण राजस्थान के पांच जिलों में अत्यधिक वर्षा हुई है। इससे कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। बाड़मेर, पाली और जालौर में नदियों और नालों में बहाव बढ़ गया है और बांधों में भी पानी की स्तर में वृद्धि हुई है। जवाई बांध में सबसे अधिक पानी आया है। हेमावास बांध भी अपनी भराव क्षमता के करीब पहुंच गया है, जबकि पश्चिमी राजस्थान के 32 बांधों में ओवरफ्लो हो चुका है।
मौसम विभाग के अनुसार, 21 से 22 से राजस्थान में विभाजन तूफान का प्रभाव पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। इसके बाद आगामी चार-पांच दिनों में गर्मी की तेजी और उमस की संभावना है। संभावित रूप से जुलाई के दूसरे सप्ताह तक, पूरे राजस्थान में मानसून के प्रभाव की पुनर्विभाजना होगी और वर्षा की गतिविधियाँ सक्रिय होंगी। राजस्थान में पिछले पांच वर्षों से मानसून की देरी का अनुभव किया जा रहा है।
