सरसों की फसल किसान भाई पाले से कैसे बचाएं, अपना ले सारे काम छोड़कर यह तरीका
Mustard Cultivation : सर्दियों के दौरान पाला (frost) का असर खेती पर काफी महत्वपूर्ण होता है। यह कुछ फसलों के लिए लाभकारी हो सकता है, लेकिन कई फसलों के लिए यह गंभीर नुकसान का कारण बनता है।

The Chopal : सर्दियों का समय चल रहा है। पाला भी अच्छा पड़ रहा है। पाला कुछ फसलों के लिए अच्छा है तो कुछ के लिए बुरा भी है। खेतों में इस समय सरसों का पौधा तैयार हो रहा है। अब फूल भी आ रहे हैं। आइए जानें कैसे पाले से सरसों के फूलों को बचाया जा सकता है। सरसों के फूलों के लिए पाला एक बड़ा खतरा हो सकता है। ठंड और पाले का असर सरसों की उपज को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि पाला फूलों और पौधों की वृद्धि पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। हालांकि, कुछ आसान उपाय अपनाकर सरसों के फूलों को पाले से बचाया जा सकता है।
सरसों की फसल
जैसा कि कृषि विशेषज्ञ डॉ. अवनीश मिश्रा बताते हैं राई और सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए सल्फरयुक्त रसायन उपयुक्त हैं। सरसों में पानी की उपलब्धता के अनुसार सिंचाई करें। अगर उपलब्ध है, तो 50 से 60 दिनों में करें। यदि दो सिंचाई उपलब्ध हैं, तो पहली को बुवाई के 40 से 50 दिनों बाद और दूसरी को 90 से 100 दिनों बाद करें। अगर तीन सिंचाई उपलब्ध हैं, तो पहली 30-35 दिनों के अंतराल पर करें और दूसरी दो 20-25 दिनों के अंतराल पर करें। बुवाई के दो महीने बाद फलियों में दाने भरने लगे तो सिंचाई भी करें। इससे सरसों की पैदावार बढ़ेगी।
डॉ. अवनीश मिश्रा बताते हैं कि सरसों की फसल पाले से गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है क्योंकि ये फूल और पत्तियों को नुकसान पहुंचाकर उत्पादन को प्रभावित करता है। किसान भाई पाले से बचने के लिए विशेषज्ञों की सलाह और कुछ आसान तरीके अपना सकते हैं।
खेत को पाले के दिनों में हल्की सिंचाई करें। ये हवा और मिट्टी का तापमान बढ़ाकर फसल को पाले से बचाने में मदद करते हैं। रात को सिंचाई करना बेहतर होता है। डॉ. अवनीश मिश्रा का कहना है कि पाले का प्रभाव कम करने के लिए 0.1% गंधक घोल भी छिड़काया जा सकता है। गंधक का एक ग्राम एक लीटर पानी में मिलाकर सरसों के पौधों पर छिड़कें।
इसके अलावा खेत को धुआं करें। रात में सूखी पत्तियों, गोबर के उपलों या पराली को फसल के पास जलाकर धुआं फैलाएं। धुआं फसल के आसपास का तापमान स्थिर रखता है और पाले को जमने से रोकता है। पाले से बचाव के लिए फसल को मिश्रण करें। पौधों को हल्के कवर से ढक सकते हैं, जैसे प्लास्टिक शीट। 0.2% पोटाश घोल (पोटेशियम नाइट्रेट) को पौधों पर छिड़कें। ये फसल में सहनशीलता बढ़ाते हैं।
डॉ. अवनीश मिश्रा का कहना है कि पाले के दौरान फसल को धुआं देना और सिंचाई करना सबसे अच्छा है। किसान समय पर मौसम की जानकारी प्राप्त करें। फसल को पाले से बचाने में सस्ती तकनीकें और जैविक तरीके अधिक लाभदायक हैं। सरसों की फसल में फूल और दाने बनने की प्रक्रिया को सुरक्षित रखने और फसल की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए पाले से बचाना महत्वपूर्ण है। डॉ. अभिषेक ने कहा कि किसान भाई पाले से बचने और बेहतर उत्पादन देने के लिए समय पर सही कार्रवाई कर सकते हैं।