Moong ki Kheti: ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती के लिए ज्यादा उपज देने वाली 10 किस्में, रोगों के प्रति भी सहनशील

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Moong ki Kheti

Moong Ki Kheti: अप्रैल के अंत तक गेहूं और सरसों की कटाई और आलू की खुदाई पूरी हो जाएगी. आगामी आने वाली सीजन में किसान ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती कर सकतें हैं. मूंग की खेती कम पानी और कम मेहनत में भी उगाई जा सकती है. मूंग एक दलहन फसल है. इस लेख में हम आपको मूंग की कई अच्छी वैरायटी के बारे में बताएंगे जो ज्यादा उत्पादन देती है.

मोहिनी मूंग की किस्म

मोहिनी मूंग किस्म की फसल अवधि 60 से 70 दिन की होती है. इसकी प्रति हेक्टेयर उपज 10 से 12 क्विंटल तक हो जाती है. साथ ही यह किस्म पीला मोजेक वायरस व सर्कोस्पोरा लीफ स्पोट रोग के प्रति सहनशील है.

पूसा बैसाखी मूंग की किस्म

पूसा बैसाखी मूंग की किस्म की फसल अवधि 60 से 70 दिन की होती है. इसके पौधे के प्रकार अर्ध फैले वाले होते हैं जिसकी फलियां भी लंबी होती है. इस किस्म की उपज प्रति हेक्टेयर 8 से 10 क्विंटल तक है.

पूसा विशाल मूंग की किस्म

पूसा विशाल मूंग की किस्म ग्रीष्म और खरीफ दोनों के लिए उपयुक्त है यह मूंग की किस्म, पूसा विशाल के पौधे मध्यम आकार के 55 से 70 सेंटीमीटर तक के होते हैं. इसकी फली का साइज अधिक के 9.5 से 10.5 सेंटीमीटर तक होता है. पूसा विशाल पीला मोजेक रोग के प्रति सहनशील भी है.

पी.डी.एम 11 मूंग की किस्म

पी.डी.एम 11 मूंग की किस्म ग्रीष्म और खरीफ दोनों मौसम के लिए उपयुक्त बताई जाती है. इसकी फली का आकार छोटा होता है और यह पीला मोजेक रोग प्रतिरोधी भी है. इसके पौधे मध्यम आकार के 55 से 65 सेंटीमीटर तक होते हैं.

एच. यू. एम. 1 मूंग की किस्म

एच. यू. एम. 1 मूंग की किस्म ग्रीष्म और करीब दोनों मौसम के लिए यह उपयुक्त किस्म है. इसके 1 पौधे में करीब 40 से 50 फलियां होती है वह एक फली के अंदर 8 से 12 के आसपास दाने होतें हैं. यह किस्म पीला मोजेक और प्रण दाग रोग के प्रति सहनशील है. इसके पौधे का आकार 60 से 70 सेंटीमीटर होता है. 

के 851 मूंग की किस्म

के 851 मूंग की किस्म दाना चमकीला हरा और बड़े साइज का होता है. इस किस्म में एक पौधे में 50 से 60 फलियां और एक फली में 10 से 12 दाने बनते हैं. मूंग की एक किस्म ग्रीसम और खरीद दोनों मौसम के लिए उपयुक्त है.

जवाहर मूंग 3 किस्म

जवाहर मूंग 3 किस्म ग्रीष्म और खरीफ दोनों के लिए उपयुक्त है फलियां इसकी गुच्छो में लगती है और एक फली के अंदर 8 से 11 दाने होते हैं. यह किस्मत पीला मोजेक और पाउडरी मिलडयू रोग के लिए प्रतिरोधक है.

अमृत मूंग की किस्म

अमृत मूंग की किस्म मूंग की ये किस्म 90 दिन खरीफ मौसम के लिए उपयुक्त है. इस किस्म की उपज क्षमता 10 से 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की है. और यह किस्म पीला मोजेक वायरस रोग के प्रति सहनशील भी है. 

एम एल 1 मूंग की किस्म

एम एल 1 मूंग की किस्म की फसल अवधि 90 दिन की होती है. इसका बीज छोटा वह हरे रंग का होता है. इसकी ऊपर क्षमता प्रति हेक्टेयर 812 क्विंटल तक की रहती है.

वर्षा मूंग की किस्म

वर्षा मूंग की किस्म अगेती किस्म है. ऊपर क्षमता प्रति हेक्टेयर 10 क्विंटल तक की रहती है. इस मूंग की अगेती बिजाई की जाती है.

जवाहर 45 मूंग की किस्म

जवाहर 45 मूंग की किस्म को हाइब्रिड 45 भी कहा जाता है. यह खरीफ फसल के मौसम के लिए उपयुक्त है. इसकी उपज क्षमता 10 से 13 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की होती है. और इस किस्म की फसल अवधि 75 से 85 दिन तक की है.

सुनैना मूंग की किस्म

सुनैना मूंग की किस्म ग्रिष्म मौसम के लिए उपयुक्त है. इसकी फसल अवधि 60 दिन तक की रहती है. और इस किस्म की उपज क्षमता 12 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की रहती है.

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