News : बाबा रामदेव के इस फैसले के बाद किसानों को होगा सीधा फायदा

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बाबा रामदेव के इस फैसले के बाद किसानों को होगा सीधा फायदा

THE CHOPAL- पतंजलि अब खुद पाम ऑयल का उत्पादन भी करेगा। इस बात का ऐलान खुद बाबा रामदेव ने किया भी है। आपको बता दे की  पतंजलि अब खुद पाम तेल का प्रोडक्शन भी करेगा। इसकी खेती के लिए किसानों को पतंजलि से जोड़ा भी जाएगा।बाबा रामदेव की माने तो अभी तक पाम ऑयल की खेती करने वाले 40 हजार किसान पतंजलि से जुड़ भी चुके हैं। आने वाले वक्त में इनकी संख्या करीब 5 लाख तक करनी है।

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ऐसे में पतंजलि में पाम ऑयल का पैदावार शुरू होने से 5 लाख किसानों को सीधे रोजगार भी मिलेगा। बाबा रामदेव ने यह कहा कि किसान खास  किस्म की पाम ऑयल की खेती भी करेंगे। इससे पहले के मुकाबले अधिक प्रोडक्शन भी मिलेगा। उन्होंने यह कहा कि इस नई किस्म के पाम ऑयल के पौधों की आयु भी पहले के मुकाबले अधिक भी है।

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अब इसकी खेती शुरू करने पर आप इससे 40 वर्ष तक फसल काट भी सकते हैं। बाबा रामदेव ने यह कहा कि पहले पाम ऑल का पैदावार 16 से 18 टन प्रति हेक्टेयर भी था, लेकिन अब नई किस्म की खेती करने पर 20 से 25 टन उपज भी मिलेगी। अगर किसान भाई एक हेक्टेयर में पाम ऑयल की खेती भी करते हैं, आपके बाग में पांच वर्ष अंदर ही फल आने शुरू हो जाएंगे। इस प्रकार एक हेक्टेयर से 2 लाख रुपये की कमाई भी होगी।

2 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी

बाबा रामदेव ने यह कहा कि असम, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सहित 12 राज्यों में किसान पतंजलि से जुड़कर पाम ऑयल की खेती कर भी रहे हैं। बाबा रामदेव ने यह कहा कि पतंजलि की नर्सरी में पाम ऑयल के करीब एक करोड़ पौधे तैयार हो गए हैं। आने वाले 5 से 6 वर्षों में इसकी संख्या बढ़ाकर 8 से करोड़ करनी है। उनका कहना है कि पतंजलि द्वारा पाम ऑल का प्रोडक्शन शुरू करने से देश को काफी फायदा भी होगा। उसे विदेशों से पैसे खर्च कर पाम ऑयल का आयात नहीं करना पड़ेगा। इससे भारत को 2 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी।

भारत में हर वर्ष पाम ऑयल की खपत 90 लाख टन-

बता दें कि भारत में पाम ऑयल की खपत बहुत ज्यादा भी है। यह पाम ऑयल की खपत के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कंज्यूमर भीन है। भारत में हर वर्ष पाम ऑयल की खपत 90 लाख टन है। खास बात यह है कि भारत में खाद्य तेल के कुल खपत में पान ऑयल की हिस्सेदारी 40 % है।