आलू की होगी बंपर पैदावार, बुवाई करते समय अगर रखा इन बातों का ध्यान तो कमाई होगी लाखों में
How to cultivate potatoes : समय के साथ-साथ किसानों ने कृषि कार्यों में भी बदलाव लाकर खेती को मुनाफे का सौदा साबित कर दिया है। भारत में बड़े स्तर पर खेती की जाती है। आलू की बिजाई का समय आ गया है इसलिए किसान भाई अपनी फसल को लेकर जरा ध्यान से इन बातों का ख्याल रखें।
Potato Cultivation : समय के साथ-साथ किसानों ने कृषि कार्यों में भी बदलाव लाकर खेती को मुनाफे का सौदा साबित कर दिया है। कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर आरके सिंह ने कहा कि आलू की बुवाई के बाद भी किसानों को विशेष ध्यान देना चाहिए। शुरुआती समय से ही आलू के खेत में चूहे लगने का बड़ा खतरा रहता है।
थीमेट नामक कीटनाशक
थीमेट नामक कीटनाशक को हर बिल में 10 से 15 ग्राम डालकर मिट्टी से दूर रखें। हजारीबाग कृषि प्रधान क्षेत्र है। जिले की आबादी का दो तिहाई कृषि से जुड़ा हुआ है। इसके साथ ही अपने जीवन को चलाते हैं। ठंड के आगमन के साथ किसानों ने टांड़ वाली जमीन और खेतों में आलू की खेती की है। जिले के अधिकांश किसान आलू की खेती करते हैं।
आलू की बुवाई के बाद किसानों को खेत की फसलों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। आईसीआर के कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर आरके सिंह ने बताया कि किसानों को आलू की बुवाई के बाद भी विशेष ध्यान देना चाहिए। शुरुआती समय से ही आलू के खेत में चूहे लगने का बड़ा खतरा रहता है। थीमेट नामक कीटनाशक को हर बिल में 10 से 15 ग्राम डालकर मिट्टी से दूर रखें। चूहे या तो खेत से भाग जाएंगे या बिल में मर जाएंगे।
आलू के खेत में खरपतवार की समस्या भी आम है। खरपतवार से बचने के लिए, बुवाई के तुरंत बाद 500 मिलीलीटर से 1 लीटर पेंडीमेथिलीन को पानी में मिलाकर पूरे खेत में छिड़काव करें। कृषि वैज्ञानिक ने कहा कि बाय के 10 दिन के भीतर खेत को पूरी तरह से देखा जाना चाहिए ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं अंकुरित नहीं हुए हैं। वहाँ नवीन बीज डालें। खेत में हर 7 से 10 दिन में पानी अवश्य डालें।
