इस विधि से करें फसल की बुवाई, बंपर उत्पादन के साथ होगी बीज की बचत
Bhindi Cultivation Method : देश में हरी सब्जियों का सेवन खूब किया जाता है, जिसमे भिंडी एक प्रमुख सब्जी मानी जाती है। इसकी मांग पूरे देश में होती है। इसकी खेती से भी किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं। खासकर किसानों को इसकी खेती से काफी लाभ हो सकता है।
Bhindi ki Kheti : देश में हरी सब्जियों का सेवन खूब किया जाता है, जिसमे भिंडी एक प्रमुख सब्जी मानी जाती है। इसकी मांग पूरे देश में होती है। इसकी खेती से भी किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं। खासकर किसानों को इसकी खेती से काफी लाभ हो सकता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि किसान वैज्ञानिक तरीके से भिंडी की खेती कर अच्छा उत्पादन ले सकते हैं।
भिंडी की फसल को खेत में जमने के लिए 25 से 30 डिग्री तक तापमान की जरूरत पड़ती है। इस टेंपरेचर में बीज का जमाव अच्छा होता है और इसी तापमान में भिंडी के फूल और फल अच्छे तरीके से निकलते हैं।
वहीं, बाराबंकी जिले के बादीनगर गांव के रहने वाले किसान विजय ढाई बीघे जमीन में भिंडी की खेती कर एक फसल पर 80 से 90 हजार रुपए तक मुनाफा कमा रहे हैं।
भिंडी की खेती करने वाले किसान विजय ने बताया कि वैसे तो मैं 8-10 सालों से सब्जियों की खेती कर रहा हूं, जिसमें गोभी, लौकी, तोरई, भिंडी आदि शामिल हैं।
इस समय हमने ढाई बीघे में भिंडी लगाई है, जिसमे लागत एक बीघे में 3 हजार रुपए आती है और मुनाफा करीब 80 से 90 हजार रुपये तक हो जाता है। क्योंकि भिंडी एक ऐसी फसल है, जिसकी काफी ज्यादा मांग बाजारों में बनी रहती है। एक बार लगाने के बाद फसल 5 से 6 महीने चलती है।
इसकी खेती करना काफी आसान है। पहले खेत की दो बार जुताई की जाती है। उसके बाद भिंडी के बीजों की लाइन टू लाइन खुरपी से बुवाई की जाती है। वहीं, करीब 7 से 8 दिनों बाद पौधा निकलता है, तब इसमें पानी की सिंचाई जाती है। फिर वहीं 55 से 60 दिनो बाद फसल निकलना शुरू हो जाती है, जो कि 5 से 6 महीने तक चलती है।