Wheat: गेंहू की यह किस्म किसानों के लिए बनी वरदान, चार गुना पैदावार से बना देगी मालामाल

UP News : आज के समय में अगर खेती की सही जानकारी हो तो यह फायदेमंद सौदा साबित होती है। तकनीकी के इस जमाने में लोग अलग-अलग प्रकार की खेती में किस्मत अजमा रहे है। उत्तर प्रदेश के किसानों ने काले गेहूं की खेती करके अच्छा मुनाफा कमाया है। किसानों का यह कहना है कि उन्होंने चार गुना ज्यादा मुनाफा कमाया है।

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Wheat: गेंहू की यह किस्म किसानों के लिए बनी वरदान, चार गुना पैदावार से बना देगी मालामाल

Uttar Pradesh News : यूपी के आजमगढ़ में विभिन्न फसलों की खेती कर किसान अच्छी कमाई कर रहे हैं। रवि और खरीफ दोनों अच्छी उपज देते हैं। इसके अलावा, किसान सब्जियों की खेती करके अपनी आय को बढ़ा रहे हैं। जनपद में काले गेहूं की खेती भी शुरू की गई है, जो किसानों को लाभदायक हो सकता है। काले सोने को काला गेहूं कहते हैं। इससे पता चलता है कि यह फसल किसानों के लिए कितनी फायदेमंद हो सकती है।

मार्केट में दोगुना मूल्य

जिले में काले गेहूं की मांग बढ़ी है। इस फसल से किसानों को मुंह मांगी कीमत भी मिल रही है। यही कारण है कि आज किसान इस काले सोने की ओर लगातार आकर्षित हैं। इस काले गेहूं की खेती आजमगढ़ के जीयनपुर ब्लॉक के किसानों ने व्यापक रूप से की है। औषधीय गुणों के कारण यह गेहूं बाजार में लोकप्रिय है। काला गेहूं आमतौर पर 2 हजार रुपये प्रति कुंतल तक बिकता है, लेकिन यह आसानी से 4 हजार रुपये प्रति कुंतल तक बिक जाता है।

औषधीय गुणों से भरपूर है

काला सोना नामक गेहूं में पिगमेंट की मात्रा अधिक होती है, कोटवा कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर अखिलेश ने बताया। यह भी प्रतिरक्षा को बढ़ाता है। गेहूं को डायबिटीज, कैंसर और हृदय रोग से भी बचाया जा सकता है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि बायोफर्टिफाइड गेहूं अधिक पोषक तत्वों से भरपूर है।

काले गेहूं की खेती कैसे करें

काले गेहूं अक्टूबर से नवंबर तक रबी के मौसम में बोया जाता है। सामान्य गेहूं की तुलना में चार गुना अधिक मूल्य पर बिकता है और इसकी खेती भी कम लागत है। काले गेहूं की खेती के लिए पर्याप्त नमी की आवश्यकता होती है।

जानें कितने दिनों में सिंचाई करें

60 किलो डीपी, 30 किलो यूरिया, 20 किलो पोटाश और 10 किलो जिंक प्रति एकड़ में इसकी बुवाई करने से फसल की पैदावार बेहतर होती है। पहली बार फसल के सिंचाई के दौरान 60 किलो यूरिया प्रति एकड़ डालें। जहां काले गेहूं की सिंचाई 21 दिन बाद बुवाई के बाद करें इसके बाद समय-समय पर पानी डालते रहें। बालियां निकलते समय सिंचाई करना अनिवार्य है।