शादी में दूल्हे को लटकाकर क्यों होती है धुनाई, क्या है यह विशेष परंपरा?

THE CHOPAL: भारत के अधिकतर इलाकों में विवाह के दौरान दूल्हे के जूते चुराने की रस्म निभाई जाती है. इसे दुल्हन की बहनें निभाती हैं. फिर दूल्हा कुछ शगुन देकर अपने जूते वापस ले लेता है. वहीं, कुछ जगहों पर अग्नि के बजाय पानी के सात फेरे लिए जाते हैं.आज हम आपको विवाह में होने वाली ऐसी रस्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको सुनकर ही आपके मुंह से उफ्फ निकल जाएगा.दक्षिण कोरिया में विवाह के दौरान दूल्हे को उल्टा लटकाकर जमकर पिटाई की जाती है. सबसे पहले दूल्हे के दोस्त ही उसके पैरों में एक लकड़ी बांधकर उसे उल्टा लटकार देते हैं. इसके बाद उसकी डंडे से पिटाई की जाती है.कुल मिलाकर विवाह करने के बाद सबसे पहले दूल्हे की खूब पिटाई की जाती है.
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दूल्हे की पिटाई?
दूल्हे की पिटाई में लड़की पक्ष का कोई सदस्य शामिल नहीं होता है. ये पिटाई सिर्फ दूल्हे के दोस्त और रिश्तेदार ही करते हैं. साउथ कोरिया में इस विचित्र परंपरा को बिना किसी झिझक या रोकटोक के आज भी निभाया जाता है. दक्षिण कोरियाई लोग विवाह में इस रस्म को पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाते हैं.
विवाह की अजीब परंपराएं, दूल्हे को उल्टा लटकाकर पीटा जाता है, भारतीय शादियों की रस्में, साउथ कोरिया में विवाह की रस्में कुछ जगहों पर विवाह के दौरान उसके ही परिवार वाले पिटाई करते हैं तो कहीं उसके कपड़े फाड़ दिए जाते हैं.
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ये परंपरा?
साउथ कोरिया के लोगों का मानना है कि इस तरह से बिना उफ्फ किए मार खाकर दूल्हा दुल्हन के सामने अपनी मर्दानगी साबित कर देता है. वहीं, इससे उनके आगे जीवन में परेशानियां नहीं आती हैं, क्योंकि दूल्हा पहले ही मार खाकर जिंदगी भर के लिए मजबूत हो जाता है. येलो कॉर्विना मछली से मार खाने के पीछे भी एक वजह है. लोगों का कहना है कि इस मछली से मार ज्यादा जोर से पड़ती है.
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दुल्हन को रोज रोना पड़ता है
चीन में दुल्हन को विवाह से एक माह पहले रोजाना एक घंटे रोना पड़ता है. चीन के एक इलाके में दूल्हा-दुल्हन को विवाह से पहले मुर्गे की चीरफाड़ करके उसका लीवर निकालना पड़ता है. इसी रस्म को निभाने के बाद उनकी विवाह की तारीख तय की जाती है.