लखनऊ में टाउनशिप के लिए होगा जमीन अधिग्रहण, इन 9 गांवों में रजिस्ट्री पर लगी रोक
UP News : लखनऊ के मोहनलालगंज में नई टाउनशिप परियोजना के चलते 9 गांवों जमीन रजिस्ट्री पर रोक लगा दी गई है। नई टाउनशिप बसाने के लिए 9 गांवों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अब तेज कर दी है। इन गांव की जमीन पर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस आवासीय इलाके का विकास किया जाना है.
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में आवास विकास परिषद राजस्थानी लखनऊ के मोहनलालगंज में 9 गांवों की जमीन अधिग्रहण करके नई टाउनशिप विकसित की जाएगी. आवास विकास की इस टाउनशिप के लिए 9 गांवों की जमीन की रजिस्ट्री तत्काल रोक लगा दी है. इन गांव की सूची लखनऊ के मोहनलालगंज तहसील के उप निबंधक को भेज दी गई है, जहां जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगाई गई है।
जहां पर टाउनशिप विकसित की जानी है, उन गांव के जमीन का खसरा नंबर का जिक्र इस सूची में किया गया है. इस आवासीय क्षेत्र को विकसित करने के लिए जिन गांवों की जमीन अधिग्रहण के दायरे में आ रही है, वहां के किसानों को नोटिस भेजा जा चुका है. इस नोटिस में कहा गया है की अधिग्रहण के दायरे में आने वाली जमीन की खरीद बेच और रजिस्ट्री पर रोक लगाना अति आवश्यक है.
इन गांवों में होगी जमीन की रजिस्ट्री पर रोक
आवास विकास परिषद इन गांव में टाउनशिप विकसित करने के लिए जमीन अधिग्रहण का प्लान बनाया है. आवास विकास परिषद के इस प्लान के अनुसार यहां अत्याधुनिक सुविधा से लैस आवासीय इलाके का विकास करना है. इसके इलाके में टाउनशिप विकसित होने के बाद विकास रफ्तार पकड़ने वाला है। चांद सराय, कासिमपुर, बिरुहा, और हबुआपुर गांवों में जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगी हैं। इसके अलावा भटवारा, पहाड़नगर टिकरिया, सठवारा, मगहुवा, मोअज्जम नगर, बेलीगांव, सिद्धपुरा और कबीरपुर में भी जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगी हैं। मोहनलालगंज की टाउनशिप बनाने के लिए मोअज्जम नगर, सठवारा, चांद सराय, कासिमपुर बिरुहा, हबुआपुर, सिद्धपुरा, भटवारा, पहाड़नगर टिकरिया, कबीरपुर, मगहुआ और बेली गांव की जमीनें अधिग्रहण की जानी हैं।
मिलेगा मुआवजा
आने वाले समय में किसी प्रकार की कानूनी अड़चन और प्रशासनिक समस्याओं से बचने के लिए सरकार की विकास योजनाओं के माध्यम से यह निर्णय लिया गया है। स्थानीय निवासियों को जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया के बारे में सारी जानकारी से अवगत कराया जा रहा है. जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुआवजा किसानों को देना सरकार की तरफ से शुरू हो जाएगा. भविष्य में यहां के निवास करने वाले लोगों की तरफ से निर्णय को लेकर असंतोष भी देखा जा सकता है। लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र के लोगों को रोजगार के अवसर पैदा होंगे और इलाके में विकास तेज गति से होगा.
अधिकतर किसान जमीन देने को रजामंद
लखनऊ के मोहनलालगंज में टाउनशिप विकसित करने के लिए मोअज्जम नगर, सठवारा, चांद सराय, कासिमपुर बिरुहा, हबुआपुर, सिद्धपुरा, भटवारा, पहाड़नगर टिकरिया, कबीरपुर, मगहुआ और बेली गांव की जमीनें अधिग्रहण की जानी हैं। इस टाउनशिप के लिए अधिकतर किसानों ने अपनी जमीन देने को लेकर रजामंदी कर दी है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से इन गांव का जुड़ाव है। इन गांव से सुल्तानपुर रोड भी काफी नजदीक पड़ती है। अच्छी रोड कनेक्टिविटी होने के चलते ही आवास विकास परिषद को बेहतरीन नतीजे की उम्मीद काफी ज्यादा है.
योजना शुरू होने से पहले अधिकारियों को यह डर लगा था कि प्रॉपर्टी डीलर और निजी डेवलप यहां की जमीन खरीद कर कहीं रजिस्ट्री ना करवा ले. इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए सब रजिस्टार कर को हापुड़ कपूर और मौजूदा जामनगर के अतिरिक्त नौ गांव पत्र भेजा गया है। बता दें की धारा 28 के माध्यम से अब इन गांवों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करवा दी गई है. जमीन अधिगम को लेकर किसानों को नोटिस भेजे जा रहे हैं. जमीन अधिग्रहण को लेकर गजट भी प्रकाशित किया जा चुका है.