अचानक बदला गाजीपुर का नजारा, RLD नेता जयंत चौधरी ने कहीं बड़ी बात, जानिए पूरी ख़बर

गाजीपुर बॉर्डर- कृषि कानूनों के विरोध में किसान का आंदोलन जारी है इसी बीच किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा होने और दिल्ली के लाल किले पर निशान साहिब का झंडा फहराने के बाद किसानों का आंदोलन नरम पड़ गया था निराशा के साथ किसान फिर से पने घर को लौट ही रहे थे
   Follow Us On   follow Us on
अचानक बदला गाजीपुर का नजारा, RLD नेता जयंत चौधरी ने कहीं बड़ी बात, जानिए पूरी ख़बर

गाजीपुर बॉर्डर- कृषि कानूनों के विरोध में किसान का आंदोलन जारी है इसी बीच किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा होने और दिल्ली के लाल किले पर निशान साहिब का झंडा फहराने के बाद किसानों का आंदोलन नरम पड़ गया था निराशा के साथ किसान फिर से पने घर को लौट ही रहे थे कि लेकिन अचानक से गाजीपुर बॉर्डर पर अलग ही किसानों का रूप देखने को मिला. वैसे को अब तक 2 किसान संगठनों ने धरना खत्म कर दिया है. परंतु गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की जंग तैयार है. बॉर्डर पर आधी रात तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता जिस पर पुलिस और फोर्स दोनों की हैरान रह गई,

राकेश टिकैत के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ने बॉर्डर का जो माहौल एकदम से बदला, वह बहुत ही चैंका देने वाला है. गाजियाबाद प्रशासन ने प्रदर्शनकारी किसानों को आधी रात तक यूपी गेट खाली करने का अल्टीमेटम दिया था. जिससे किसान अपना बोरिया बिस्तर बांध रहे थे तभी किसान नेता राकेश टिकैत अपनी मांग पर अड़े रहते हुए कहा कि वह आत्महत्या कर लेंगे लेकिन आंदोलन खत्म नहीं करेंगे,

प्रेस कॉन्फ्रेंस के वक्त राकेश टिकैत फूट-फूटकर रोए. और कहा कि मैं अब पानी नहीं पीऊंगा. मैं केवल वही पानी पीऊंगा जो गांवों से किसानों द्वारा लाया गया है. किसान टिकैत के इन्हीं आंसूओं में बह गए और बॉर्डर पर फिर लौट आए,

अचानक बदला गाजीपुर का नजारा, RLD नेता जयंत चौधरी ने कहीं बड़ी बात, जानिए पूरी ख़बरBKU बीकेयू प्रवक्ता राकेश टिकैत के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को लाने के बाद राष्ट्रीय लोक दल RLD नेता जयंत चैधरी किसानों से मिलने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे और जयंत चैधरी ने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों की आवाज सुननी चाहिए और उनकी मांगें माननी चाहिए. आज संसद के बजट सत्र का पहला दिन है और ये मुद्दा संसद के अंदर भी उठेगा, जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस सहित 15 राजनैतिक दलों ने राष्ट्रपति अभिभाषण का बहिष्कार किया है. जयंत ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री सब विषयों पर बोलते हैं, किसान के बारे में भी कुछ बोल दें,

राकेश टिकैत के आंसुओं ने किसान आंदोलन में भर दी जान, किसान वापिस बॉर्डर पर लौटे, जानिए ख़बर