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इन्वर्टर कितनी बिजली खपत करता है? समझ जाएंगे ज्यादा बिल का चक्कर, 95 प्रतिशत लोग नहीं जानते ये बात

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इन्वर्टर कितनी बिजली खपत करता है? समझ जाएंगे ज्यादा बिल का चक्कर, 95 प्रतिशत लोग नहीं जानते ये बात

Inverter Electricity Consumption: कई राज्यों में तापमान बहुत ज्यादा बढ़ गया है और लोग गर्मी से बहुत परेशान हैं। तेज धूप और लगातार बढ़ती गर्मी ने लोगों की जिंदगी मुश्किल कर दी है। इस बीच, कई जगहों पर बिजली की कटौती भी हो रही है। गर्मी के इस मौसम में बिना बिजली के रहना बहुत कठिन हो गया है। पंखे और कूलर भी बिना बिजली के नहीं चल पा रहे, जिससे लोगों को काफी दिक्कत हो रही है।

घर में इनवर्टर लगाने के बाद कितनी बिजली खर्च होती है? 

भारत में इन दिनों जबरदस्त गर्मी पड़ रही है। कई राज्यों में तापमान बहुत ज्यादा है और लोग गर्मी से काफी परेशान हैं। ऊपर से बिजली की कटौती भी लगातार हो रही है, जिससे पंखे और एसी भी ठीक से नहीं चल पा रहे। ऐसे में लोग अपने घरों में इनवर्टर लगवा रहे हैं ताकि बिजली जाने के बाद भी जरूरी चीजें जैसे पंखा, लाइट या मोबाइल चार्जर चलते रहें। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनवर्टर लगाने के बाद आपकी बिजली कितनी खर्च होती है? आइए समझते हैं।

इनवर्टर कैसे काम करता है?

इनवर्टर एक ऐसा डिवाइस होता है जो बैटरी में जमा डायरेक्ट करंट (DC) को अल्टरनेटिंग करंट (AC) में बदलता है। यानी यह उस बिजली को काम में लाने लायक बनाता है, जो आपकी बैटरी में स्टोर होती है।

इनवर्टर खुद बहुत कम बिजली लेता है, लेकिन जब बिजली रहती है, तब ये बैटरी को चार्ज करता है। बैटरी चार्ज करने में बिजली खर्च होती है। इनवर्टर आमतौर पर यूपीएस सिस्टम का हिस्सा होता है, जिसमें तीन चीजें होती हैं इनवर्टर, बैटरी, चार्जर जब बिजली जाती है, तब बैटरी से सप्लाई मिलती है और आपका पंखा, लाइट या कंप्यूटर चलता रहता है।

इनवर्टर कैसे काम करता है?

बैटरी में जो बिजली होती है, वह डीसी  होती है। लेकिन हमारे घर के पंखे, लाइट और दूसरे उपकरण एसी  पर चलते हैं। ऐसे में इनवर्टर का काम होता है बैटरी की डीसी बिजली को एसी में बदलना, जिससे आपके घर के उपकरण आराम से चल सकें।

इनवर्टर से कितनी बिजली खर्च होती है?

जब लोग इनवर्टर लगाते हैं, तो उनके मन में यह सवाल आता है कि इससे कितनी बिजली खर्च होती है।असल में, इनवर्टर बहुत ज्यादा बिजली खर्च नहीं करता। दिनभर में जो बिजली खर्च होती है, वह सिर्फ बैटरी को चार्ज करने में लगती है। इसके अलावा जब इनवर्टर डीसी को एसी में बदलता है, उस समय भी थोड़ी बहुत बिजली लगती है। लेकिन यह खपत बहुत कम होती है

इसलिए कहा जा सकता है कि इनवर्टर लगाने से बिजली का बिल ज्यादा नहीं बढ़ता। अगर इनवर्टर नया और सही से काम कर रहा हो, तो यह बिजली की बचत ही करता है। हाँ, अगर इनवर्टर पुराना हो या उसमें कोई खराबी हो, तो फिर बिजली ज्यादा खर्च हो सकती है। इसलिए समय-समय पर इनवर्टर की सर्विस कराना जरूरी है।