UP से NCR तक बनेगा 67 किमी. का नया हाईवे, 552 करोड़ की आएगी लागत व लगेंंगे 5 साल

UP News - हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी से लेकर एनसीआर तक 67 किलोमीटर का नया हाईवे बनाया जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि एनएचएआई स्तर पर हाईवे की डीपीआर तैयार करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कहा जा रहा है कि काम पूरा होने में पांच साल लगेंगे....
   Follow Us On   follow Us on
67 km will be built from UP to NCR. New highway will cost Rs 552 crore and will take 5 years

UP : ताला-तालीम की नगरी अलीगढ़ को हरियाणा और एनसीआर से जोड़ने वाले अलीगढ़-पलवल हाईवे पर वाहनों का भार कम करने के साथ ही लोगों की सुविधा के लिए ग्रीन फील्ड हाईवे बनाया जाएगा। एनएचएआई स्तर पर हाईवे की डीपीआर तैयार करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अलीगढ़-पलवल हाईवे का निर्माण पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड ने कराया था। यह मार्ग 552 करोड़ रुपये की लागत से बना है। करीब 67 किमी लंबे इस हाईवे के निर्माण में करीब पांच वर्ष का समय लगा था। मार्च 2022 को पीडब्ल्यूडी ने हाईवे निर्माण का कार्य एनएचएआई को सौंप दिया था। 

अब एनएचएआई हाईवे की देखरेख, मरम्मत आदि का कार्य कर रहा है। अलीगढ़-पलवल हाईवे तीन राज्यों को आपस में जोड़ता है। इस हाईवे से दिल्ली-एनसीआर के लिए भी यूपी की सीमा जुड़ती है। इसके साथ ही हरियाणा की सीमा जुड़ती है। वर्तमान में खैर-जट्टारी में बाईपास नहीं बनने से दोनों कस्बों में रोजाना घंटों के लिए लंबा जाम लगता है। फोरलेन पीटीए मार्ग पर रफ्तार भरने वाले वाहन इन दोनों कस्बों में थम जाते हैं। दोनों कस्बों में करीब 10-10 किमी लंबा बाईपास का निर्माण होना है। इसकी डीपीआर एनएचएआई मुख्यालय पर लंबित है। 

इसके लिए कई चरणों की बैठकें हो चुकी हैं। इसके साथ ही पीटीए मार्ग के बराबर एनएचएआई अलीगढ़ से पलवल तक ग्रीन फील्ड हाईवे बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है। यह हाईवे सिक्सलेन होगा। इस हाईवे को तैयार करने का प्रस्ताव एनएचएआई ने वर्तमान में पीटीए मार्ग पर वाहनों की प्रतिदिन की संख्या व भविष्य में इसके सिक्सलेन होने में बाधाएं आने की आशंका को देखते हुए किया है।

25 हजार वाहन गुजरते हैं प्रतिदिन

एनएचएआई द्वारा पीटीए मार्ग का ट्रैफिक सर्वे में पूर्व में कराया जा चुका है। जिसमें 25 हजार वाहन प्रतिदिन गुजरने की रिपोर्ट गुजरने की बात सामने आ चुकी है। जो कि फोरलेन पर गुजरने वाले वाहनों की संख्या से ज्यादा है। इस हाईवे को सिक्सलेन किया जाना प्रस्तावित है। पीटीए हाईवे के दोनों तरफ बसावट अधिक होने की वजह से इस मार्ग को सिक्सलेन में तब्दील किया जाना आसान नहीं है। इसके अलावा लैंड की उपलब्धता न होना भी बड़ी वजह है। जिसके चलते ग्रीन फील्ड हाईवे बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

एनएचएआई, पीके कौशिक ने कहा कि अलीगढ़-पलवल हाईवे के समकक्ष की ही ग्रीन फील्ड हाईवे बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसकी डीपीआर भी तैयार की जानी है। इसके निर्माण होने से पीटीए मार्ग पर वाहनों का लोड कम होगा।

Also Read : ऐसी खूबसूरत जगह जहां नहीं आना चाहता कोई, जानिए क्या है मामला