जब से देश में कोरोना फैला तब से हरियाणा के इस गांव में नहीं आया एक भी केस, यह है कारण,

इस बार कोरोना की लहर से गांव भी नहीं बच पाए. वहीं हरियाणा का एक गांव जिसको कोरोना छू तक नहीं पाया. यह सब संभव हो सका एक महिला की सूझबुझ और समझदारी की वजह से जिसने लोगों को घर- घर पहुँच कर जागरूक किया. सोनीपत के गांव मौजमनगर की एक महिला ने एक साथ
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जब से देश में कोरोना फैला तब से हरियाणा के इस गांव में नहीं आया एक भी केस, यह है कारण,

इस बार कोरोना की लहर से गांव भी नहीं बच पाए. वहीं हरियाणा का एक गांव जिसको कोरोना छू तक नहीं पाया. यह सब संभव हो सका एक महिला की सूझबुझ और समझदारी की वजह से जिसने लोगों को घर- घर पहुँच कर जागरूक किया. सोनीपत के गांव मौजमनगर की एक महिला ने एक साथ पूर्व सरपंच व आंगनबाड़ी वर्कर की जिम्मेदारी निभाते हुए पहले घर-घर जाकर लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया. इसका असर यह दिखा कि गांव में सभी मास्क या मुंह पर कपड़ा बांधकर रहते हैं और कोई जरूरी काम होने पर ही बाहर निकलते हैं.

जब से देश में कोरोना फैला तब से हरियाणा के इस गांव में नहीं आया एक भी केस, यह है कारण,अभी फिलहाल सुनीता गांव के सभी घर में जाकर जांच करने में जुटी है, जिसमें खासतौर पर देखा जा रहा है कि किसी को बुखार, जुकाम, खांसी तो नहीं है. अगर कोई बीमार मिलता है तो उसका स्वास्थ्य विभाग को सूचना कर तुंरत उपचार कराया जाता है. गांव में भी सुनीता की वजह से लोग समझदार हो गए और सावधानी और नियम तोड़ते नहीं. बता दे की जब से कोरोना देश में फैला तब से लेकर अभी तक यहां एक भी केस नहीं मिला है. प्रशासनिक अधिकारीयों का मानना है अगर जनता गांव इस तरह अगर जागरूक रहें तो कोरोना का पूरे देश में 1 भी केस नहीं बचेगा.

गावों में लोग समूह बनाकर हुक्का पीते है और ताश खेलते है लेकिन अब जब महामारी का दौर चल रहा है तो वहीं कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद से लोगों ने साथ बैठना बंद किया हुआ है। वे न साथ में हुक्का पीते हैं और ताश खेलना भी बंद कर दिया गया है.

इस गांव के लोगों ने जागरूकता दिखाते हुए सावधानीयां बरती और नियम नहीं तोड़ें साथ ही लोगों ने मास्क पहनने पर जोर दिया व बिना काम घर से बाहर नहीं निकले. लोगों की समझ बूझ से ही आज गांव में कोरोना का एक भी केस नहीं है, इसके लिए वो प्रशंसा के पात्र हैं.- श्यामलाल पूनिया, डीसी, सोनीपत

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