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SBI होम लोन के नियमों में करने वाला है यह बदलाव, यह है ताजा अपडेट

SBI - समाचार पत्र ने आपको बताया कि एसबीआई बैंक ने होम लोन में महत्वपूर्ण बदलाव करने का विचार किया है। इसके तहत आने वाले निवासी परियोजनाओं में रूफटॉप सोलर को अनिवार्य बनाने की योजना है.. बैंक की नवीनतम गाइडलाइन के बारे में अधिक जानकारी के लिए खबर को पूरा पढ़ें। 

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The Chopal News : भारतीय स्टेट बैंक (SBI) देश का सबसे बड़ा बैंक है, जिसने बैंक के लॉन्ग टर्म क्लाइमेट एक्शन फंड के तहत प्रदान किए जाने वाले होम लोन में महत्वपूर्ण बदलाव करने की योजना बनाई है। इसके तहत, रूफटॉप सोलर को रेसिडेंशियल परियोजनाओं में अनिवार्य करने की योजना है। आसान शब्दों में, इस तरह के परियोजनाओं में निर्माणकर्ताओं को बिल्डिंग की छत पर सोलर इकाइयों को लगाना अनिवार्य होगा।

SBI की होम लोन बुक जून 2023 तक 6.3 लाख करोड़ रुपये है। लेकिन बैंक पर 2.3 बिलियन डॉलर का फॉरेक्स लोन (forex loans) वर्ल्ड बैंक, द एशियाई डेवलपमेंट बैंक और जर्मनी के KfW सहित बहुपक्षीय एजेंसियों का बकाया है।

SBI ने क्या कहा-

SBI में रिस्क, कंप्लायंस एंड स्ट्रेस एसेट के मैनेजिंग डायरेक्टर अश्विनी कुमार तिवारी ने कहा, "अगर किसी प्रोजेक्ट को हमारे ग्रीन फंड से लोन दिया जाता है तो हम बिल्डरों के लिए छत पर सोलर इंस्टॉलेशन को अनिवार्य बनाने की योजना बना रहे हैं."

उन्होंने आगे कहा, "आगे चलकर हम इसे होम लोन लेने वालों के लिए एक बंडल डील बनाने की योजना बना रहे हैं."

लोन का टेन्योर 10-साल या 20-साल-

इन लोन का टेन्योर 10-साल या 20-साल होता हैं जिससे उधार लेने वाले बैंकों के लिए फॉरेक्स रिस्क पैदा होता है. लॉन्ग टर्म के फॉरेक्स लोन में शामिल रिस्क को देखते हुए, तिवारी ने बहुपक्षीय एजेंसियों से आग्रह किया कि वे उधार लेने वाले बैंकों को अपने एक्सपोजर को हेज करने की इजाजत दें ताकि ग्रीन और फाइनेंशियल इन्क्लूजन फंडिंग ज्यादा सस्टेनेबल हो सके. तिवारी ने यह भी कहा कि बैंक ग्रीन इनिशिएटिव में अपना निवेश बढ़ा रहा है, जिसमें ग्रीन बिल्डिंग, बैटरी रीसाइक्लिंग, सोलर रूफटॉप सहित कई दूसरे प्लान शामिल हैं.

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