राजस्थान एवं हरियाणा में गरज चमक के साथ होगी तेज बारिश, किसान रखें इन 5 बातों का ख्याल,

राजस्थान एवं हरियाणा प्रदेश में मौसम की परिस्थितियां मॉनसून के आगे बढ़ने के अनुकूल बन रही है. और दोनों की राज्यों राजस्थान एवं हरियाणा में तेज बारिश का अनुमान है. मॉनसूनी नमी वाली हवायों के कारण 12 जून शाम से 13 जून तक हरियाणा के ज्यादातर क्षेत्रों गरज चमक व तेज हवायों के साथ में
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राजस्थान एवं हरियाणा में गरज चमक के साथ होगी तेज बारिश, किसान रखें इन 5 बातों का ख्याल,

राजस्थान एवं हरियाणा प्रदेश में मौसम की परिस्थितियां मॉनसून के आगे बढ़ने के अनुकूल बन रही है. और दोनों की राज्यों राजस्थान एवं हरियाणा में तेज बारिश का अनुमान है. मॉनसूनी नमी वाली हवायों के कारण 12 जून शाम से 13 जून तक हरियाणा के ज्यादातर क्षेत्रों गरज चमक व तेज हवायों के साथ में प्री मानसून हल्की से मध्यम बारिश व कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश दर्ज की गई. आज 14 जून को भी दक्षिण हरियाणा के कुछ एक स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई.

हरियाणा का मौसम अनुमान,

नमी वाली हवायों की सक्रियता व उत्तरी हरियाणा प्रदेश के ऊपर बने एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण 15 व 16 जून को राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में गरज-चमक व तेज हवायों के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा 17 जून को भी कहीं कहीं हल्की बारिश Rain होने की संभावना है.

राजस्थान का मौसम अनुमान,

पश्चिमी राजस्थान से उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक निचले क्षोभमंडल स्तर पर एक ट्रफ रेखा चलती है. दूसरी ट्रफ रेखा मध्य क्षोभमंडल स्तरों में पूर्व मध्य अरब सागर से दक्षिण कोंकण तक जाती है. साथ ही समुद्र तल पर एक अपतटीय ट्रफ रेखा दक्षिण महाराष्ट्र तट से उत्तरी केरल तट तक जाती है. आज बारिश की संभावना है.

राजस्थान एवं हरियाणा में गरज चमक के साथ होगी तेज बारिश, किसान रखें इन 5 बातों का ख्याल,
मौसम अनुमान

कृषि जानकारों की सलाह देखें

• नरमा,कपास व सब्जियों के खेतों में आवश्यकतानुसार जलनिकासी का प्रबंध अवश्य करे.

• ग्वार,बाजरा व अन्य फसलों के लिए खेत तैयार कर उत्तम किस्मों के बीजों का प्रबंध करें.

• धान की नर्सरी में आवश्यतानुसार सिंचाई व खाद प्रबन्धन अवश्य करे.

• धान लगाने के लिए अच्छी तरह से खेत तैयार कर नमी संचित करे. यदि पानी उपलब्ध हो तो धान लगाना शुरू करे.

• यदि नर्सरी में पीलापन आये तो 0.5 प्रतिशत जिंकसल्फेट, 0.5 प्रतिशत फेरससल्फेट व 2.5 प्रतिशत यूरिया का घोल बनाकर छिडकाव करे. यह छिडकाव आवश्यकतानुसार 4-5 दिनों के अन्तराल पर दोहरायें.

• धान में बकानी रोग से बचाव के लिए पनीरी उखाड़ने से सात दिन पहले कार्बेन्डाजिम 1ग्राम, वर्गमीटर की दर से रेत में मिलाकर पनीरी में एकसाथ बिखेर दे.

डॉ मदन खीचड़ विभागाध्यक्ष कृषि मौसम विज्ञान विभाग, चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार, हरियाणा

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