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Monsoon 2023: IMD के अनुसार इस साल के मानसून में अल नीनो के खतरे का अलर्ट जारी, जाने किस राज्य में होगी बरसात

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 इस साल के मानसून में अल नीनो के खतरे का अलर्ट जारी, जाने किस राज्य में होगी बरसात 

THE CHOPAL (New Delhi) : भारत में इस बार बरसात कितनी और कैसी होगी, इसका पहला पूर्वानुमान जारी भी हो गया है। वेदर रिपोर्ट देने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट के अनुसार इस बार मानसून 2023 के लिए अपना पूर्वानुमान जारी भी किया है, जो काफी डरा देने वाली है। आपको बता दें कि इस साल सामान्य से कम मानसून का अनुमान है, यानि की पहले अनुमान में बरसात सामान्य से कम रह सकती है।

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अल नीनो देने वाली है दस्तक -

स्काईमेट ने बताया कि एलपीए यानी की Long Period Average का 94 फीसदी बरसात होने का अनुमान है। आपको बता दे की स्काईमेट के प्रबंध निदेशक जतिन सिंह ने एक बयान में कहा कि नीना के खत्म होने के बाद अब आने वाले दिनों में अल नीनो दस्तक देने वाली है,जिसके कारण मानसून के कमजोर रहने की संभावना बन रही है। स्काईमेट ने कहा कि, भारत में मानसून की बरसात लंबी अवधि के औसत का 94% रहने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग भी जल्द ही अपने वार्षिक मानसून पूर्वानुमान की घोषणा कर सकता है।

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बरसात की होगी कमी -

आपको बता दें कि भारत के लगभग आधे से ज्यादा Kisan अपन खेत में चावल, मक्का, गन्ना, कपास और सोयाबीन जैसी फसलों को उगाने के लिए वार्षिक जून-सितंबर बरसात पर निर्भर करते है। स्काईमेट को उम्मीद है कि देश के उत्तरी और मध्य हिस्सों में बरसात की कमी का खतरा बना रहेगा।


बरसात -

स्काईमेट के मुताबिक, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में सीजन की दूसरी छमाही के दौरान सामान्य से कम बरसात होने की संभावना है। इस बीच, बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने भारत के उपजाऊ उत्तरी, मध्य और पश्चिमी मैदानी इलाकों में गेहूं जैसी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। इससे हजारों किसानों को नुकसान हुआ है।


अल नीनो -

मानसून पर अल नीनो का खतरा मंडराया हुआ है। इसके कारण बरसात सामान्य से भी काफी कम होती है। अनुमान जताया जा रहा है कि अल नीनो का प्रभाव मई से जुलाई महीने के बीच देखा जा सकता है। बता दें कि अल नीनो का मतलब है कि जब समुद्र का तापमान और वायुमंडलीय परिस्थितियों में जो बदलाव आते हैं उसी समुद्री घटना को अल नीनो कहा जाता है।