राजस्थान और गुजरात के बीच बचेगी 117 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन, व्यापार को लगेंगे पंख
New Rail Line : भारतीय रेलवे अपनी कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगातार मजबूती के साथ काम कर रही है। इसी कड़ी के बीच देश के दो राज्यों राजस्थान और गुजरात को एक साथ जोड़ने के लिए 117 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाने की योजना बनाई है। इस रेल लाइन का निर्माण हो जाने के बाद व्यापार को काफी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही यात्रियों को आसान सफर भी मिलेगा।
Taranga Hill-Ambaji-Abu Road New Railway Line : भारतीय रेलवे दुनिया भर में अपना चौथा अहम स्थान रखता है। रेलवे द्वारा लगातार अपनी कनेक्टिविटी में सुधार करने के प्रयास किया जा रहे हैं। रेलवे बोर्ड अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर काफी मजबूती के साथ काम कर रहा है। ऐसी कड़ी के बीच देश के दो राज्यों को एक साथ जोड़ने का प्लान तैयार कर लिया गया है। इसी बीच राजस्थान और गुजरात है दोनों राज्यों को एक साथ जोड़ने के लिए 117 किलोमीटर लंबी नहीं रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा। इस रेल लाइन का निर्माण हो जाने के बाद इलाके की कनेक्टिविटी को काफी बढ़ावा मिलेगा साथ ही व्यापार को भी पंख लगेंगे।
दोनों राज्यों के बीच प्रस्तावित नई रेल लाइन पर 15 स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें से 8 क्रॉसिंग और 7 हाल्ट स्टेशन का निर्माण होगा। इससे रेल लाइन के पास लगे वाले गांवो के लोगों को काफी फायदा होगा। इस रेल लाइन के लिए सिविल कार्य, ब्लास्ट आपूर्ति, ट्रैक कार्य, टनल का काम, ब्रिज तथा स्टेशन बिल्डिंग सहित अन्य कार्यों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक इस 117 किलोमीटर लंबी रेल लाइन पर 3 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
इस नई रेल लाइन का निर्माण होने पर राजस्थान और गुजरात के बीच कई धार्मिक स्थलों को रेलवे कनेक्टिविटी का फायदा होगा। इसका निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। 15 स्टेशन बनाए जाने पर आसपास के लोगों का दोनों राज्यों के बीच आवागमन काफी आसान हो जाएगा। इसके साथ ही लोगों के समय की काफी बचत होगी।
2022 में ट्रैक की मिली अनुमति
उत्तर पश्चिम में रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशी किरण ने बताया कि गुजरात और राजस्थान के बीच तरंगा हिल- अंबाजी- आबू रोड नई रेल लाइन का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस रेलवे लाइन को वर्ष 2022 मैं अनुमति मिल गई थी। 3 हजार करोड रुपए की लागत से 117 किलोमीटर लंबी तरंगा हिल- अंबाजी-आबू रोड नई रेल लाइन का निर्माण किया जा रहा है।
राजस्थान और गुजरात के बीच तरंगा हिल-अंबाजी-आबू रोड नई रेल लाइन के बेरठा से अम्बा महुडा तक 61 किलोमीटर भाग में सिविल कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त अम्बा महुडा रोड के मध्य स्थित घाट क्षेत्र में टनल ब्रिज स्टेशन बिल्डिंग में अन्य कार्य के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। नई रेल लाइन के निर्माण कार्यों का उत्तर पश्चिम रेलवे के महा प्रबंधक अमिताभ ने इस महीने की शुरुआत में अधिकारियों के साथ आबू रोड- अंबाजी रेलखण्ड का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने नई रेल लाइन की प्रगति की समीक्षा की ओर अधिकारियों को जरूरी आदेश दिए थे। तरंगा हिल-अंबाजी-आबू रोड नई रेल लाइन परियोजना कनेक्टिविटी बढ़ाने और राज्यों की गतिशीलता में सुधार करने में अहम भूमिका निभाएगी। साथ ही व्यापार को काफी बढ़ावा मिलेगा और वहीं पर्यटकों को भी आवागमन में काफी आसानी होगी।
नई रेल लाइन पर 15 स्टेशनों का निर्माण होगा
राजस्थान और गुजरात के बीच तरंगा हिल-अंबाजी-आबू रोड नई रेल लाइन पर 15 स्टेशन पर प्रस्तावित है। इनमें से 8 क्रॉसिंग और 7 हाल्ट स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। वही रेल लाइन पर 11 टनल, 54 बड़े पुल, 151 छोटे पुल, 8 रोड ओवर ब्रिज़, 54 रोड अंडर ब्रिज़ यह सीमित ऊंचाइयों के पल होंगे। गुजरात का अंबाजी देश का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यहां पर हर वर्ष देश के साथ-साथ विदेश से भी लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। इस नई रेल लाइन के निर्माण से नए इलाकों को रेल कनेक्टिविटी मिलेगी साथी गुजरात और राजस्थान के पर्यटन और धार्मिक स्थलों का रेल परिवहन से आपसी संपर्क होगा।
यहां बनाए जाएंगे स्टेशन
गुजरात और राजस्थान के बीच 117 किलोमीटर लंबी रेल लाइन राजस्थान के सिरोही जिले और गुजरात के साबरकांठा, बनासकांठा और महेसाना से होकर गुजरेगी। इसमें इन 15 जगहों आबूरोड, सियावा, कूई, पार्लिछापरी, अंबाजी, पताछापरा, अंबामहूदा, हादद, रुपपुराई, दलपुरा, चौरासन, मुमानवास, सतलासना, तरंगाहिल और वरेथा पर स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। इस रेल लाइन का निर्माण हो जाने से इलाके में औद्योगिक धंधे विकसित होंगे और क्षेत्र का समग्र सामाजिक आर्थिक विकास होगा।