UP के इस जिले में 60 किलोमीटर तक बिछेगी 2 नई रेल लाइनें, कई शहरों के यात्रियों को फायदा

Railway News : बिहार से उत्तर प्रदेश में रेलवे के बीच सफर आसान बनाने के लिए 60 किलोमीटर लंबी 2 नई रेल लाइनों का निर्माण किया जाएगा। इससे यात्री सुविधाओं में वृद्धि के साथ ही ट्रेनों की गति भी बढ़ेगी। इसके साथ ही आउटर पर ठहराव की समस्या का यात्रियों को सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि इस दौरान गर्मी की छुट्टियों में बाहर जाने के लिए रेल यात्रा करने वाले लोगों को थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
दरअसल आपको बता दें कि रेलवे बोर्ड द्वारा देवरिया में नई रेल लाइन परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर ली गयी है। रेलवे विभाग की और से जनता का सफर सुगम करने के लिए 60 किलोमीटर लंबी दो रेल पटरियों का निर्माण तेजी के साथ किया जा रहा है। इन रेलवे ट्रैक का निर्माण होने के बाद देवरिया से बिहार तथा गोरखपुर तक सफर करने वाली ट्रेनों की संख्या मैं बढ़ोतरी की जाएगी। जिससे इलाके के लोगों की यात्रा काफी आसान होगी।
फिलहाल है दो रेलवे ट्रैक
जानकारी के मुताबिक के देवरिया जिले में फिलहाल दो रेलवे ट्रैक है। इन दोनों रेलवे ट्रैकों में एक अप तथा दूसरा डाउन है। कई बार सामने से ट्रेन आने की वजह से क्रॉसिंग के लिए पीछे वाली ट्रेन को रोकना पड़ता है। इस वजह से ट्रेन अपने गतव्य तक पहुंचने में लेट हो जाती है। इस समस्या का समाधान करने के लिए देवरिया में इन दोनों रेल लाइनों का निर्माण किया जा रहा है। जिससे ट्रेनों के आवागमन में किसी भी तरह की समस्या नहीं होगी। साथ ही इस ट्रैक पर ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
60 किलोमीटर लंबी होगी दोनों रेल लाइन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रेलवे विभाग देवरिया में गौरी बाजार पश्चिम आउटर से शुरू कर बनकटा पूर्वी आउटर के बीच 60 किलोमीटर लंबी 2 रेल पटरियां बिछाई जाएगी। इस परियोजना के लिए सदर तथा भटनी रेल पथ निरीक्षक से भूमि के बारे में अपडेट मांगी है। इस रेल पटरी का निर्माण हो जाने के बाद ट्रेनों का संचालन काफी आसान होगा। आपको बता दें की गोरखपुर से छपरा रेल खंड पर देवरिया में गौरी बाजार, बेतालपुर, देवरिया सदर, अहिल्यापुर, नूंखार, भटनी, नोनापार, भाटपाररानी और बनकटा रेलवे स्टेशन है।
ट्रेनों की संख्या में होगी बढ़ोतरी
बिहार के बॉर्डर से लेकर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर तक 60 किलोमीटर इन रेलवे स्टेशनों पर ट्रैने रूकती है। इस रेलवे रूट पर ट्रेनों की संख्या ज्यादा होने की वजह से कभी-कभी ट्रेन के आगे जाते समय क्रॉसिंग के लिए दूसरे ट्रैक पर गाड़ी रोकनी पड़ती है। रेलवे द्वारा छपरा से बाराबंकी तक तीसरी रेल लाइन का काम शुरू कर दिया गया है। अब जल्द ही रेलवे लखनऊ से छपरा तक चौथी रेल लाइन बेचने का कार्य शुरू करने जा रही है। फिलहाल इस रूट से करीबन 18 ट्रेन आवागमन करती है। नए ट्रैक के बीछ जाने के बाद गाड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।