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राजस्थान में बिछेगी 278 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन, 3530.92 करोड़ होंगे खर्च

Rajasthan News: राजस्थान में 278 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के दोहरीकरण के लिए वर्कऑर्डर जारी कर दिया गया है। यह प्रोजेक्ट यात्री ट्रेनों और मालगाड़ियों दोनों के लिए एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा।

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राजस्थान में बिछेगी 278 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन, 3530.92 करोड़ होंगे खर्च

Railway Line Doubling: राजस्थान के लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्ग के दोहरीकरण को मंजूरी मिलने से क्षेत्र में आर्थिक और यातायात सुविधा को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। राजस्थान में रेल दोहरीकरण के लिए महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के लिए वर्कऑर्डर जारी किया है। आने वाले वर्ष में क्षेत्र के लोगों को आवागमन में बेहतर रेल सुविधा मिलेगी। वहीं इस मार्ग से गुजरने वाली मालगाड़ियों के लिए एक नया कोरिडोर स्थापित हो जाएगा। केन्द्र सरकार के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में प्रदेश में 278 किलोमीटर में रेल लाइन दोहरीकरण होगा।

आने वाले वर्ष में बालोतरा जिले के लोगों को लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्ग पर बेहतर रेल सुविधा मिलेगी। इसी स्थान पर मालगाड़ियों के लिए एक नया कोरिडोर बनाया जाएगा। लूनी-समदड़ी-भीलड़ी के 278 किलोमीटर की रेल लाइन को दोहरीकरण करना केंद्र सरकार का एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट होगा। कोरी-भीलड़ी का काम पहले चरण में जारी किया गया था, जो आज भी चल रहा है। लूनी-भीलड़ी रेल मार्ग पर एक दिन में लगभग पच्चीस से अधिक मालगाड़ियां चलती हैं।

रेलवे ने पहले चरण में मारवाड़ कोरी-भीलड़ी के बीच चार हिस्सों में रेल दोहरीकरण का काम शुरू किया है। तीन चार महीने बीत गए हैं। अब लूनी और बिशनगढ़ के बीच एक महत्वपूर्ण काम का वर्कऑर्डर जारी किया गया है। निर्माण कार्य को पूरा करने की अनुमानित अवधि 18 महीने है। इस बड़े काम पर 3530.92 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

रेल परियोजना महत्वपूर्ण है

1 - लुनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड में दोहरीकरण कंटेनर की आवाजाही आसान होगी।
2 - यह ट्रेक कांडला पोर्ट तक माल भेजने और वहां से विभिन्न मंडियों तक माल ले जाने के लिए उपयुक्त होगा।
3 - इस मार्ग पर यात्री रेलगाड़ियां पहले से अधिक संचालित होने तक सुदूरवर्ती प्रदेशों से सीधा संपर्क स्थापित होगा।
4 - 8 फरवरी, 2024 को भारत सरकार के केबिनेट ने राजस्थान में तीन महत्वपूर्ण रेल मार्गों को एकीकरण करने की अनुमति दी। लूनी-समदड़ी-भीलड़ी मार्ग, जयपुर-सवाई माधोपुर और अजमेर-चंदेरिया परियोजनाएं इसमें शामिल थीं।

इस तरह काम होगा

कोरी-भीलड़ी का काम पहले चरण में जारी किया गया था, जो आज भी चल रहा है। लूनी-भीलड़ी रेल मार्ग पर एक दिन में लगभग पच्चीस से अधिक मालगाड़ियां चलती हैं। इस रेलमार्ग के दोहरीकरण से कांडला बंदरगाह से सीधा कनेक्ट होने से रेलवे क्षेत्र में सुधार होगा।

लूनी-बिशनगढ़ शुरू, 12 रेल स्टेशनों को बदलेगा

रेलवे ने 97.5 किलोमीटर (लूनी-बिशनगढ़) की दूरी पर निर्माण के लिए कार्यदेश जारी किए हैं। 346 करोड़ रुपये खर्च होंगे। रेलवे लाइन पर लूनी, सतलाना, दूदिया, धुंधाड़ा, महेशनगर हॉल्ट, अजीत, समदड़ी, बामसीन, राखी, मोकलसर, बालवाड़ा, विशनगढ़ में भवन, प्लेटफार्म, छोटे पुलिया और अर्थवर्क का कार्य किया जाएगा। रेल पटरी के दूसरी लाइन बिछाने वाले हिस्से को इन दिनों साफ किया जा रहा है। अन्य महत्वपूर्ण काम किया जा रहा है। शीघ्र ही बड़े स्तर पर काम शुरू होगा।

लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्ग का दोहरीकरण कार्य शुरू होने से पूरा क्षेत्र खुश है। इससे अहमदाबाद से जोधपुर की यात्रा बहुत आसान होगी। सुदूरवर्ती क्षेत्रों से संपर्क करने से बहुत फायदा होगा। क्षेत्र भी विकसित होगा।

गंगाराम राजपुरोहित

लूनी-समदड़ी-भीलड़ी का रास्ता बहुत महत्वपूर्ण है। दोहरीकरण क्षेत्र को समृद्ध करेगा। विकास के साथ आवागमन में सुविधा होगी। आम आदमी के पास आसान जीवन होगा। दोहरीकरण की मांग लंबे समय से कर रहे थे।