Bihar में बनेगी 48 KM की नई फोरलेन सड़क, यातायात कनेक्टिविटी होगी पहले से बेहतर
Bihar News : बिहार में यातायात व्यवस्था पर काफी ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। लोगों को हर दिन जाम की समस्या से ना गुजरना पड़े इसके लिए सरकार की तरफ से सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। सितंबर 2025 तक मुंगेर जिले के घोरघट से मिर्जाचौकी तक भागलपुर होकर बन रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 80 पर यातायात सुगम हो जाएगा।

Bihar New Four Lane : आने वाले समय में बिहार में आवागमन और ज्यादा आसान होने वाल हैं। सितंबर 2025 तक बिहार में जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक बनने वाली 48 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण पूरा हो जाएगा, जिससे यातायात सुगम होगा। इस सड़क को बनाने में 450 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सड़क का निर्माण दो चरणों में हो रहा है। जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक 48 किलोमीटर और घोरघट से नाथनगर दोगच्छी तक 50 किलोमीटर की सड़क बनाई जा रही है।
इस सड़क को दो भागों में बनाया जा रहा है। जीरोमाइल से मिर्जाचौकी की 48 किलोमीटर सड़क (Zero Mile to Mirzachowki Road) और घोरघट से नाथनगर दोगच्छी तक की 50 किलोमीटर सड़क का निर्माण 350 करोड़ रुपये में हो रहा है।
इकरारनामा के अनुसार, सड़क का निर्माण जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच इस साल 24 नवंबर को और घोरघट से नाथनगर दोगच्छी के बीच जनवरी 2025 तक पूरा होना चाहिए था, लेकिन काम की प्रगति बहुत धीमी है। भागलपुर में जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच बन रहा एनएच 80 सहित बिहार में चल रही परियोजनाओं की डिले रिपोर्ट सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के क्षेत्रीय पदाधिकारी (आरओ) ने बनाई है।
बाढ़ ने काम रोक दिया?
रिपोर्ट में इकरारनामा के अनुसार, परियोजना को एक साल से अधिक समय की देरी बताई गई है। R&D रिपोर्ट में असम की टीटीसी, जो सड़क बना रही है, ने भी अपनी राय दी है। उसमें कहा गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 30 स्थानों पर स्लोब प्रोटेक्शन कार्य के लिए जमीन नहीं मिली है। घोघा सहित कई स्थानों पर जमीन विवाद और नियमित रूप से फ्लाईऐश की आपूर्ति नहीं होने के कारण सड़क निर्माण में समस्या है। इसलिए निर्माण देरी से चल रहा है।
TTCC ने समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय से 10 महीने की समय बढ़ाने की मांग की है। एजेंसी ने सड़क निर्माण को सितंबर 2025 तक पूरा करने का दावा किया है, जो अधिक समय की आवश्यकता है। उधर, जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच 57 किलोमीटर की सड़क बनानी थी, लेकिन शिवनारायणपुर से मिर्जाचौकी के बीच 8.5 किलोमीटर सड़क मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन (ग्रीन प्रोजेक्ट) में चली गई, इसलिए अब टीटीसी को सिर्फ 48 किलोमीटर की सड़क बनानी है।
48 किलोमीटर में अबतक केवल 20 किलोमीटर सड़क बनाई गई है, जबकि 28 किलोमीटर और सड़क बननी है। 10 किलोमीटर में डीएलसी काम किया गया है। 15 और मसाढू और कलवर्ट पुल भी अभी बनना है। दूसरी ओर, घोरघट-नाथनगर के बीच 50 किलोमीटर की दोगच्छी सड़क में अबतक केवल 17 किलोमीटर ही बन पाई है। सुल्तानगंज से नाथनगर दोगच्छी तक एक सड़क बन चुकी है, लेकिन अकबरनगर में एक विवाद के कारण 300 मीटर सड़क का निर्माण बाधित है।