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UP के इस जिले में चलेगी 500 इलेक्ट्रिक बसें, नौकरी करने वालों के लिए बड़ी राहत

UP News : उत्तर प्रदेश सरकार की परिवहन नीति में एक दूरदर्शी और स्थायी बदलाव को दर्शाती है। इलेक्ट्रिक बसों (Electric Buses) का संचालन केवल वाहन संख्या बढ़ाने का कार्य नहीं है, बल्कि यह आधुनिक, पर्यावरण-अनुकूल और टिकाऊ परिवहन प्रणाली की नींव रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस जिले में 500 इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जाएगी। 

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UP के इस जिले में चलेगी 500 इलेक्ट्रिक बसें, नौकरी करने वालों के लिए बड़ी राहत

Uttar Pradesh News: गौतमबुद्धनगर जिले में रहने वाले और काम करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिली है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 500 इलेक्ट्रिक बसों की व्यवस्था की गई है। नोएडा में 300 बसें होंगी, जबकि ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 100 से 100 बसें मिलेगी।

नोएडा में 300 बसें

गौतमबुद्धनगर जिले में रहने वाले और काम करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिली है। 500 इलेक्ट्रिक बसों को नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में चलाने की अनुमति दी गई है। नोएडा में 300 बसें मिलेगी, जबकि ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 100 से 100 बसें मिलेगी। यह बसें नौ मीटर और बारह मीटर लंबी होंगी। इसके परिणामस्वरूप सोमवार को उत्तर प्रदेश के शहरी परिवहन निदेशालय में परियोजना का वित्तीय बिड खोला गया।

परियोजना पर 675 करोड़ रुपये खर्च

प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि कुल नौ कंपनियों ने वित्तीय बिड में आवेदन किया था, और दो कंपनियों को सबसे कम दर पर बसों का संचालन करने का प्रस्ताव मिला। अब तीनों प्राधिकरण मिलकर एक विशेष प्रायोजन संस्था (SPV) बनाएंगे। चयनित इन दोनों एजेंसियों से करार से पहले एसपीवी को दरें कम करने के लिए भी बातचीत का मौका मिलेगा। यह सार्वजनिक परिवहन सेवा का ग्रास कॉस्ट कॉन्ट्रैक्ट (जीसीसी) मॉडल होगा। 500 बसों का संचालन और आवश्यक संसाधन खरीदने पर परियोजना पर 675 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हर साल हर बस को 72,000 किलोमीटर चलना होगा। SPV बनाने का कार्य तीनों प्राधिकरण स्तर पर शुरू हो गया है। इस परियोजना की अगुवाई नोएडा प्राधिकरण करेगा।

नोएडा की हिस्सेदारी 48% है, जबकि ग्रेटर नोएडा और यमुना की हिस्सेदारी 26–26% है। तीनों प्राधिकरण इसी अनुपात में बस संचालन पर खर्च करेंगे। SPV बस सेवा और रूट निर्धारण करेगा।

नौ और बारह मीटर के होंगे

जिले में चलने वाली नौ मीटर लंबी ई-बस की क्षमता 28 यात्री, एक दिव्यांग यात्री और चालक की होगी। वहीं, 12 मीटर लंबी ई-बस में यात्री क्षमता चालक व दिव्यांग यात्री को छोड़कर 36 यात्रियों की होगी। 250 बसें नौ मीटर तो 250 बसें 12 मीटर लंबी होंगी।

दो कंपनियों का चयन

ट्रेवल टाइम मोबिलिटी एजेंसी ने सबसे कम नौ मीटर की बस को 54.90 रुपये प्रति किलोमीटर पर चलाया। वहीं, डेलबस मोबिलिटी ने 12 मीटर लंबी बस को 67.90 रुपये प्रति किलोमीटर पर चलाया। अभी गठित होने वाली एसपीवी को इन दरों पर बातचीत करने या कम करने का अधिकार होगा। तीनों प्राधिकरणों को बस संख्या के अनुपात में दरों और रूट पर मिलने वाले यात्रियों से किराया का भुगतान करना होगा।

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