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राजस्थान और हरियाणा के 2 जिलों के बीच बनेगा 57 किलोमीटर का हाईवे, 50 गांवों को फायदा

Rajasthan News: हरियाणा और राजस्थान के बीच आने वाले समय में यातायात कनेक्टिविटी और ज्यादा तेज होने वाली है। दोनों राज्यों के बीच 57 किलोमीटर लंबा नेशनल हाईवे बनाने की प्रक्रिया अगले 4 महीने में शुरू होने वाले हैं। इस नेशनल हाईवे से दोनों राज्य के 50 गांवों की मौज होने वाली है। 

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राजस्थान और हरियाणा के 2 जिलों के बीच बनेगा 57 किलोमीटर का हाईवे, 50 गांवों को फायदा

Gurugram-Alwar Highway : हरियाणा और राजस्थान के लोगों के लिए यह बहुत बड़ी और राहत भरी खबर है। आने वाले समय में दोनों राज्यों के बीच सफर और भी आसान व तेज होने वाला है। गुरुग्राम-अलवर नेशनल हाईवे, जो राजस्थान और हरियाणा को जोड़ता है, अगले चार महीने में शुरू होगा. यह राजस्थान और हरियाणा को जोड़ता है। इस परियोजना को विकसित करने के लिए राज्य 555 करोड़ रुपये खर्च करेगा। आइये जानते हैं कि यह अत्याधुनिक सड़क कब तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा?

हरियाणा और राजस्थान के बीच सड़क से सफर आने वाले समय में आसाना होने वाला है। क्योंकि गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए का निर्माण अब पूरी तरह से साफ हो गया है। इस वर्ष अगस्त से सितंबर तक इस सड़क का निर्माण शुरू हो जाएगा, जिससे दोनों राज्यों में लोगों का सफर आसान होगा।  नूंह-नौगावां राजस्थान बॉर्डर तक फोरलेन सड़क का निर्माण एक वर्ष के भीतर पूरा हो जाएगा और 2026 तक सड़क उपलब्ध हो जाएगी। इसके बनने से सड़क के किनारे स्थित गांवों और कस्बों के लोगों को नौकरी मिलेगी।

गुरुग्राम-अलवर राजमार्ग का खर्च

गुरुवार को उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि केंद्र सरकार को 555 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसमें से 480 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है।  वन विभाग सहित अन्य विभागों से संबंधित सभी बाधाएं दूर हो चुकी हैं और तकनीकी समस्याएं हल हो चुकी हैं।  इस सड़क का निर्माण चार से पांच महीनों के भीतर शुरू होगा।

गुरुग्राम-अलवर राजमार्ग की अवधि

इस सड़क की कुल लंबाई लगभग 57 किलोमीटर होगी। वर्तमान में इस मार्ग पर अधिक सड़क हादसे होते हैं, इसलिए इसे "खूनी मार्ग" कहा जाता है।  पिछले दस वर्षों से स्थानीय लोगों ने फोरलेन बनाने की मांग की है।  इस सड़क को लोक निर्माण विभाग बनाएगा। डीपीआर बनते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी, जिससे निर्माण कार्य तेजी से चलेगा।

मेवातवासियों के लिए अच्छी खबर

यह सड़क जिले की सबसे व्यस्ततम सड़कों में से एक है, लेकिन इसकी चौड़ीकरण नहीं होने के कारण हर दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। स्थानीय लोगों ने सड़क बनाने पर धरना-प्रदर्शन और पैदल यात्राएं निकालीं। विधानसभा में विधायक आफताब अहमद ने भी केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर इसे प्राथमिकता देने की मांग की।  भारत सरकार ने अब इस राष्ट्रीय राजमार्ग को मंजूरी दी है, जो मेवातवासियों के लिए 2025 में सबसे बड़ी राहत होगी।

गुरुग्राम-अलवर राजमार्ग पर स्थित गांव

नूंह से अलवर तक दोनों तरफ लगभग 50 गांव होंगे। इन जगहों पर बाजार हाईवे के साथ बने हुए हैं।इसलिए यहां अधिक लोग होते हैं। इसलिए गुरुग्राम-अलवर हाईवे पर नौ पुल बनाए जाएंगे।  इनमें खेड़ा, आकेड़ा, अकनदेहा, मांडीखेड़ा और फिरोजपुर झिरका के अंबेकर चौक हैं।  इस सड़क पर दो बाईपास बनेंगे। डीपीआर के अनुसार, पहला बाईपास गांव मालब के पास और दूसरा भादस के पास बनाया जाएगा। दोनों की लंबाई लगभग चार से चार किलोमीटर होगी। इस राजमार्ग से घंटों की दूरी मिनटों में कम हो जाएगी।