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8th pay commission : Level 1 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी हो जाएगी 56,914 रुपये, बढ़ौतरी में लगेगा ये फार्मूला

8th pay commission :केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी को बदलने के लिए आवश्यक टूल फिटमेंटकारक है। केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी इसके आधार पर बढ़ जाएगी। केंद्र सरकार जल्द ही आठवीं वेतन कमीशन बनाएगी, जो फिटमेंट फैक्टर का निर्धारण करेगा। वहीं, आयोग निर्धारित करने से पहले फिटमेंट फैक्टर के बहुत से आंकड़े सामने आएंगे। नया फॉर्मूला लागू होने पर लेवल एक के कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 56,914 रुपये होगा।  

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8th pay commission : Level 1 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी हो जाएगी 56,914 रुपये, बढ़ौतरी में लगेगा ये फार्मूला 

The Chopal, 8th pay commission : केंद्र सरकार का 8वां वेतन आयोग (8th CPC) अप्रैल तक बनाया जाना चाहिए। नया वेतन आयोग गठन के बाद वेतन में संशोधन करेगा, जो महंगाई, कर्मचारियों की मूलभूत आवश्यकताओं और अन्य कारकों को ध्यान में रखेगा। इसका एक प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा जाएगा। सरकार प्रस्ताव की समीक्षा करेगी और वेतन को संशोधित करेगी।  

लेवल के हिसाब से कर्मचारियों को मिलती है 
 
केंद्रीय कर्मचारियों को 8वें वेतन आयोग (8th CPC basic salary) में सैलरी में बढ़ौतरी के तोहफे के अलावा अन्य लाभ मिलेंगे। केंद्रीय कर्मचारियों को लेवल के हिसाब से अधिक सैलरी मिलती है। विभिन्न पदों के हिसाब से अलग-अलग श्रेणियां बनाई जाती हैं। इन्हीं में लेवल वाइज बेसिक सैलरी मिलती है, यानी वेतन बढ़ाना। 7वें वेतन आयोग के अनुसार, लेवल एक के कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये है। 

फिलहाल वेतन 18 हजार से ढाई लाख रुपये के बीच है 
 
8वें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने में समय लगेगा। वर्तमान में स्तर 1 से लेवल 18 तक विभिन्न लेवलों में अलग-अलग सैलरी दी जाती है। 7वें वेतन आयोग के तहत लेवल 1 के कर्मचारियों का न्यूनतम बेसिक वेतन 18,000 रुपये है। वहीं अधिकतम मासिक सैलरी 18 में 2,50,000 रुपये है।

लेवल मर्ज होने से कर्मचारियों की बेसिक सैलरी बढ़ जाएगी
 
8वें वेतन आयोग में केंद्रीय कर्मचारियों के लिए जेसीएम स्टाफ साइड ने सरकार को लेवल मर्ज करने की सिफारिशें दी हैं। कर्मचारी पूरी तरह से उम्मीद करते हैं कि सरकार उनकी सिफारिशों को मानेगी। यही कारण है कि कर्मचारियों को उम्मीद है कि आठवें वेतन आयोग (8th pay commission level merge) में 1 से 6 लेवल मर्ज हो सकता है।

इसलिए लेवल मर्जिंग की मांग 

NC JCCM स्टाफ साइड के सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने बताया कि टर्म ऑफ रेफरेंश की सिफारिशों में स्टाफ साइड की मुख्य सिफारिशें 1-6 लेवल के अंदर काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों के लिए वेतन मर्ज करना शामिल है। 8वें वेतन आयोग ने लेवल 1 और 2 में, लेवल 3 में, लेवल 4 में, लेवल 5 में और लेवल 6 में मर्ज की मांग की है।

लेवल मर्ज होने से इतनी कमाई होगी

वर्तमान में, लेवल 1 के कर्मचारी को 18,000 रुपये की बेसिक सैलरी मिलती है। लेवल 2 basic salary 19,900 रुपये है। दोनों मर्ज करने पर लेवल 1 कर्मचारी को अधिक लाभ होगा। इसी तरह लेवल तीन और पांच को भी अधिक लाभ मिलेगा। एक से छह लेवल के स्थान पर एक से तीन लेवल रह जाएंगे। 

फिटमेंट कारक बढ़ावा देगा 
 
फिटमेंट फैक्टर के तीन अनुमान लगाए जा रहे हैं: 1.92, 2.08 और 2.86। यही कारण है कि आठवें वेतन आयोग की सैलरी बढ़ाना भी इसी के आधार पर निर्धारित होना चाहिए। यदि फिटमेंट फैक्टर 2.86 हो गया तो लेवल एक के कर्मचारियों की वर्तमान न्यूनतम बेसिक सैलरी 18 हजार से बढ़कर 51480 हो जाएगी, जबकि लेवल दो के कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18 हजार और 19,900 से बढ़कर 56914 हो जाएगी। 

लेवल तीन और पांच को भी लाभ मिलेगा।
 
8वें वेतन आयोग के लिए कर्मचारी साइट की सिफारिशें लागू होने पर लेवल 3 और 4 में मर्ज होने वाले कर्मचारियों का संसोधित वेतन 72,930 रुपये होगा। लेवल 5 और 6 के कर्मचारियों का वेतन 1,01,244 रुपये तक पहुंच सकता है, 2.86 फिटमेंट फैक्टर के आधार पर।  लेवल दो बोला जाएगा, लेवल तीन और चार बदल जाएगा, और लेवल चार और पांच लेवल तीन बन जाएगा। इस प्रकार, लेवल भी 15 तक रह जाएंगे।