Bihar के इन शहरों में 3 हजार 58 करोड़ की लागत से बिछाई जाएगी 98 किलोमीटर की नई रेल लाइन
The Chopal, Indian Railway : समस्तीपुर रेल मंडल अंतर्गत मिथिलांचल और कोसीवासियों के लिए अच्छी खबर है। लहेरियासराय-सहरसा नई रेल लाइन के निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार कर लिया गया है। इससे लहेरियासराय से सहरसा की दूरी 46 से 69 किमी तक कम होगी।
रेल निर्माण विभाग ने 98 किमी नई रेल लाइन निर्माण के लिए तीन हजार 58 करोड़ रुपया निर्धारित किया है। इसमें 12 बड़े और 78 छोटे पुल का निर्माण होगा। इसके लिए तीन आरओबी और 85 अंडरपास भी बनाया जाना है। इसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है।
स्वीकृति मिलने के उपरांत जमीन अधिग्रहण और निविदा की प्रक्रिया होगी। डीपीआर तैयार करने को लेकर फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए रेलवे ने 2.30 करोड़ रुपये खर्च किया है।
सर्वे में एजेंसी ने किया यह काम
जमीन अधिग्रहण पर कितनी राशि का खर्च आएगी उसका भी आंकलन कर राशि की मांग की जाएगी। रेल मंत्रालय से राशि आवंटित होने के बाद निर्माण कार्य के लिए ई-निविदा के माध्यम से कार्य करने के लिए एजेंसी बहाल की गई गई थी। इसमें रेल लाइन बिछाने, स्टेशन, हॉल्ट, पुल, फाटक निर्माण सहित अन्य जरूरी काम किए गए।
लहेरियासराय और सहरसा के बीच 18 स्टेशन व हाल्ट को निर्माण
लहेरियासराय-सहरसा नई लाइन में 18 रेलवे स्टेशन व हाल्ट का निर्माण किया जाएगा है। लहेरियासराय से देकुली, मधुबन, उघरा खैरा, सुरसरी, महुली हाल्ट, शंकर रोहर, हबीडीह बिजुलिया हाल्ट, पड़री, जगदीशपुर हाल्ट, शिवनगर घाट, कसरौर ज्वालामुखी हाल्ट, घनश्यामपुर, रसियारी हाल्ट, किरतपुर ढैंग हाल्ट, मुशरिया जमालपुर, बलुआहा, उग्रतारा स्थान महिषी, लक्ष्मीनाथ गोसाई बनगांव के सहरसा स्टेशन होगा। सहरसा में नई लाइन सर्वा ढ़ाला रेल फाटक के समीप से मुड़कर स्टेशन में प्रवेश करेगी।
46 KM हो जाएगी लहेरियासराय से सहरसा की दूरी
नई लाइन बन जाने के बाद लहेरियासराय से सहरसा की दूरी 69 से 46 किलोमीटर कम हो जाएगी। अभी सहरसा से मानसी, रोसड़ा, समस्तीपुर जंक्शन होकर लहेरियासराय के लिए जानकी एक्सप्रेस परिचालित होती है। इस रेलखंड का सफर 169 किलोमीटर का होता है।
वहीं दूसरी लाइन सहरसा से सुपौल, सरायगढ़, झंझारपुर, दरभंगा जंक्शन होकर लहेरियासराय जाती है। इस रेलखंड पर 146 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है।
जमालपुर, मुशरिया के रास्ते लहेरियासराय से सहरसा तक नई लाइन बनने के बाद सफर मात्र 98.250 किलोमीटर हो जाएगा।
वहीं ट्रेन से आवागमन के लिए मिथिलांचल-कोसी के बीच तीसरी रेल लाइन हो जाएगी। खास बात यह कि इस रेल लाइन से सबसे कम समय में मात्र तीन घंटे में सफर पूरा हो जाएगा।