राजस्थान और MP के बीच 25 हजार करोड़ से बनेगा 134 किमी लंबा मार्ग, 4 संसदीय क्षेत्र जुड़ेंगे
Ujjain Jhalawar Four Lane : मध्य प्रदेश और राजस्थान की जनता को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी बड़ी सौगात दी है। केंद्र सरकार 25 हजार करोड़ रुपए की लागत से 134 किलोमीटर लंबे फोरलेन हाईवे के निर्माण करने की योजना पर तेजी से काम कर रही है। इस फोरलेन बनने के बाद इन जिले को भी इसका काफी फायदा मिलेगा।

Ujjain Jhalawar Highway : राजस्थान के झालावाड से मध्य प्रदेश में उज्जैन के बीच 25 हजार करोड़ की लागत से फोरलेन हाइवे बनाया जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 134 किलोमीटर लंबे इस हाइवे के लिए उज्जैन में 25 हजार करोड़ रुपये की स्वीकृति की घोषणा की है। मध्यप्रदेश के इन्दौर-उज्जैन देवास आगर को राजस्थान के झालावाड, कोटा और जयपुर सहित अन्य प्रमुख शहरों से जोडने वाला यह प्रमुख मार्ग है। लेकिन आवागमन की तुलना में यह मार्ग अक्सर उपेक्षितर ही रहा।
लंबे समय से की जा रही मांग
लोग हमेशा इसके चौडाईकरण या इस मार्ग से जोडने की मांग करते रहे। हालांकि कुछ माह पहले ही उज्जैन से झालावाड के बीच रेल भी स्वीकृत हो चुका है। अब केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उज्जैन में 25 हजार करोड़ रुपये से 134 किलोमीटर लंबे इस मार्ग को फोरलेन में तब्दील करने का ऐलान किया है। फोरलेन बनने के बाद आगर-मालवा जिले को इसका फायदा पहुंचेगा। लंबे समय से आगर, सुसनेर क्षेत्र के लोग राजस्थान से सीधे जुड़ने वाली उज्जैन-झालावाड़ सड़क को फोरलेन किए जाने की मांग कर रहे थे।
घोषणा के बाद लोगों में खुशी की लहर
नितिन गडकरी की घोषणा के बाद लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई, क्योंकि वर्ष 2028 में आयोजित होने वाले सिंहस्थ (उज्जैन कुंभ) में जाने वाले लोगों को सहूलियत होगी। क्योंकि, झालावाड़ से उज्जैन तक की यात्रा सुगम हो जाएगी। वहीं। महाकाल मंदिर से मालवा जिले के नलखेड़ा स्थित बगलामुखी मंदिर तक सीधा आवागमन हो जाएगा। इसके अलावा इन्दौर शहर से इस मार्ग के जरिए राजस्थान और मध्यप्रदेश कई कस्बों शहरों के बीच व्यापारिक परिवहन होता है।
झालावाड़ को उजैन इंदौर से जोड़ने वाली सड़क से चार संसदीय क्षेत्र सीधे-सीधे जुड़े जाएंगे। इनमें से झालावाड़ के अलावा उज्जैन, देवास व राजगढ से भाजपा के सांसद निर्वाचित होते आ रहे है। उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया ने इस सड़क मार्ग को फोरलेन किए जाने की मांग को लेकर कई बार संसद में आवाज उठाई।