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UP के इस जिले में 15 करोड़ से बनेगा बस अड्डा, दूसरे की 5 करोड़ से बदलेगी तस्वीर

UP News : उत्तर प्रदेश में आम जनता की आवागमन कनेक्टिविटी के लिए योगी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश में बस स्टेशनों को भी नई सिरे से आधुनिक बनाया जा रहा है। लेकिन उत्तर प्रदेश के इस इलाके में बस डिपो को लेकर लोगों की 27 साल बाद मांग पूरी होने वाली है।

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UP के इस जिले में 15 करोड़ से बनेगा बस अड्डा, दूसरे की 5 करोड़ से बदलेगी तस्वीर

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आवागमन सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। खासकर बस स्टेशनों और डिपो की स्थिति को सुधारने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। आपने जिस "27 साल बाद मांग पूरी होने वाली है" बात का ज़िक्र किया है, उससे साफ है कि कोई लंबित मांग अब जाकर पूरी हो रही है, जिससे वहां की जनता को बड़ी राहत मिलेगी। संतकबीरनगर में बस डिपो की मांग 27 साल बाद पूरी हो जाएगी। मीरगंज बस स्टेशन की मरम्मत के लिए 15 करोड़ रुपये और मुखलिसपुर बस अड्डे की मरम्मत के लिए 5 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।

1997 में बस्ती जिले से अलग होकर संतकबीरनगर जिला बन गया, लेकिन जिले में अभी तक बस डिपो नहीं था, जिससे यात्रियों को कई समस्याएं होती थीं। प्रशासन के प्रयासों से अब जिले में यात्रा करने वालों को बेहतर परिवहन सुविधाएं मिल रही हैं। मीरगंज में रोडवेज बस स्टेशन के निर्माण और मुखलिसपुर बस अड्डे की मरम्मत के लिए 5 करोड़ रुपये का बजट मंजूर हुआ है। इससे यात्रियों की सुविधा बेहतर होगी और लंबे समय से चली आ रही परिवहन समस्याएं जल्द हल होंगी।

27 साल से बस स्टेशन की मांग थी

संतकबीरनगर जिला बनने से ही बस डिपो की आवश्यकता थी। प्रशासन ने कई बार जमीन को चिह्नित किया और शासन को प्रस्ताव भेजा, लेकिन हर बार कुछ हुआ। नतीजतन, मेहदावल बाईपास पर बनाए गए अस्थायी बस स्टैंड पर पिछले 27 सालों से मौसम की मार सहते हुए बसों का इंतजार करना पड़ा। इन समस्याओं को देखते हुए, प्रशासन ने मीरगंज में परिवहन निगम के नाम पर जमीन चिह्नित और दर्ज की।

20 करोड़ रुपये से परिवहन प्रणाली में सुधार होगा

जमीन संबंधी सभी बाधाओं के बाद प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेजा, जिसके बाद मीरगंज में बस डिपो और कार्यशाला के निर्माण के लिए 15 करोड़ रुपये का बजट मंजूर हुआ। इसके अलावा, मुखलिसपुर बस अड्डे की मरम्मत के लिए पांच करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। मुखलिसपुर बस अड्डे की खराब स्थिति ने स्थानीय लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा।

यात्रियों में वृद्धि हुई

नए बस स्टेशनों और मरम्मत कार्यों के लिए मिलने वाले बजट से शहर की परिवहन व्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीद है। यात्रियों का मानना है कि इन सुविधाओं के शुरू होने से यात्रा सुरक्षित और आसान होगी और जिले का विकास तेज होगा। प्रशासन का दावा है कि निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा और निर्धारित समय में पूरा होगा।

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