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बजट के बाद गिट्टी, बालू, सीमेंट, सरिया, ईंट और मार्बल के आए ताजा भाव, घर बनाना होगा आसान या बढेंगे दाम?

केंद्रीय सरकार ने 2024–25 के अंतरिम बजट में जीसीटी की दरों या टैक्सों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। इसलिए..और पढ़ें

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बजट के बाद गिट्टी, बालू, सीमेंट, सरिया, ईंट और मार्बल के आए ताजा भाव, घर बनाना होगा आसान या बढेंगे दाम?

The Chopal News : यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है अगर आप घर, मकान या दुकान बनाने की सोच रहे हैं। मोदी सरकार का अंतरिम बजट 2024–25 पेश हो चुका है। यही कारण है कि कुछ दुकानदार बजट के बाद नया रेट कार्ड दिखाकर आपसे मनमाने तरीके से पैसे ऐंठ सकते हैं। घर बनाने के काम में आने वाले सामान खरीदते समय होशियार रहना चाहिए। क्योंकि इस अंतरिम बजट में केंद्र सरकार ने किसी भी सामान या उससे संबंधित वस्तु की कीमत नहीं बढ़ी है। ईंट, गिट्टी, बालू, सीमेंट, सरिया, सरिया और घर बनाने के काम में आने वाले किसी भी सामान का मूल्य नहीं बढ़ा है।

बाजार में, दुकानदार आपसे पुराने मूल्य पर ही सामान देने की सलाह देते हैं और कहते हैं कि अगर आप आज खरीद नहीं करते तो कल या परसों से सामान का मूल्य बढ़ जाएगा। आप दुकानदार के बहकाबे में भी आ सकते हैं और सामान खरीद सकते हैं। लेकिन अगर कोई परिचित आपसे पूछता है कि आपने क्या खरीदा है या अगर आप दूसरे दुकान पर जाते हैं, तो आपको लगता है कि दुकानदार ने अधिक कीमत वसूल की है। ऐसे में आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोदी सरकार के इस अंतरिम बजट में घर, दुकान या किसी भी सामान के मूल्यों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

बजट घर बनाने के लिए बढ़ेगा या गिरेगा!

केंद्रीय सरकार ने जीसीटी और टैक्स दरों को नहीं बढ़ाया है। ऐसे में आप सतर्क और चौकन्ना रहें अगर दुकानदार नए रेट पर सामान बेच रहा है। निर्माण कार्य में आवश्यक सामग्री का मूल्य लगभग छह महीने से स्थिर है। हालाँकि, 2022 से 2023 तक यूपी, बिहार, राजस्थान, पंजाब, झारखंड और एमपी में घर बनाने की लागत बढ़ी है। वर्तमान में घर बनाने के लिए काम में आने वाले सरिया की कीमत लगभग 75 रुपये है। 8 एमएम सरिया 350 रुपये प्रति पीस या 80 रुपये किलो होंगे, 10 एमएम सरिया 540 रुपये प्रति पीस या 80 रुपये किलो होंगे, 12 एमएम सरिया 770 रुपये प्रति पीस या 75 रुपये किलो होंगे, और 16 एमएम का छड़ 1400 रुपये या 75 रुपये प्रति किलो होगा।

दुकानदारों से सावधान रहना होगा, क्योंकि बालू की कीमत 30 रुपये प्रति घन फीट से 50 रुपये प्रति घन फीट हो गई है। बिहार में बालू का CFT 5000-5500 है। हर जिले का रेट अलग है। जैसे, बेगूसराय में 4000-5000 रुपये, वैशाली में 4000-5500 रुपये, मधुबनी, दरभंगा और समस्तीपुर में लगभग समान दरें हैं। हालाँकि, 2023 में बालू और सीमेंट के दाम 20 रुपये प्रति बोरा गिर गए हैं। ईंट भट्टा एसोसिएशन के अनुसार, राज्यों में प्रति हजार ईंट का मूल्य 8000 से 12000 रुपये है। ईंट की गुणवत्ता भी चिमनी मालिकों से पैसे वसूल रही है।

कुल मिलाकर, इस अंतरिम बजट में केंद्र सरकार ने सभी को राहत दी। लेकिन रियल एस्टेट क्षेत्र में कोई महत्त्वपूर्ण घोषणा नहीं हुई है। दिल्ली-NCR सहित देश भर में रियल एस्टेट इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके बावजूद, रियल एस्टेट क्षेत्र की वृद्धि जारी रहेगी। बजट में मोदी सरकार का ध्यान इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी पर रहेगा। देश के टियर-2 और टियर-3 क्षेत्रों में रियल एस्टेट का विकास होगा।

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