बिहार के 250 गांवों में होगी जमीन अधिग्रहण, बनेगा प्रदेश का पहला नया एक्सप्रेसवे
Bihar News : बिहार में पिछले कुछ सालों में सड़क स्वतंत्र को लेकर कई प्रोजेक्ट की सौगात प्रदेश को मिली है। लोगों को आवागम कनेक्टिविटी में पहले से काफी ज्यादा बेहतर सुविधाएं राज्य में मिल रही है। बिहार के किस जिले में अब 29 प्रखंडों में 250 से अधिक गांवों में 3381.2 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण करके फोर लेन एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से हजारों किसानों की किस्मत चमकने वाली है।

Bihar First Green Field Expressway: बिहार में हाल के वर्षों में सड़क और एक्सप्रेसवे इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर जबरदस्त काम हुआ है। लोगों को आवागम कनेक्टिविटी में पहले से काफी ज्यादा बेहतर सुविधाएं राज्य में मिल रही है। पूर्णिया फोर लेन एक्सप्रेस-वे (Purnia Four Lane Expressway) राज्य के हजारों किसानों को खुशी देगा। राज्य के पहले ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए अधिसूचना जारी की गई है।
बताया गया कि इस परियोजना के लिए छह जिलों के 29 प्रखंडों में 250 से अधिक गांवों में कुल 3381.2 हेक्टेयरजमीन अधिग्रहण की जाएगी। फोर लेन एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 9 हजार 467 करोड़ 40 लाख रुपये इस पर खर्च होंगे। जमीनों के अधिग्रहण में इतनी बड़ी रकम संबंधित किसानों को दी जाती है, इससे उनके जीवन में सुख-समृद्धि का रास्ता खुला होगा।
बाढ़ प्रभावित पंद्रह प्रखंडों को लाभ
बाढ़ ने दरभंगा, सहरसा, समस्तीपुर और मधेपुरा को नुकसान पहुँचाया है। इन जिलों के 15 प्रखंडों को बाढ़ से काफी राहत मिलेगी। अब इस एक्सप्रेस-वे के बनने से इन प्रखंडों के गांवों में रहने वाले हजारों लोगों को परिवहन की सुविधा मिलेगी।
फोर लेन एक्सप्रेस-वे कहाँ से गुजरेगा?
गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला, दुधौली, दुधौलीधार, कोसी, जिरवा और कोसीधार जैसे प्रमुख नदियों से भी यह एक्सप्रेस-वे गुजरेगा। इन प्रमुख नदियों पर भी पुल बनाए जाएंगे। इससे इन क्षेत्रों को बाढ़ से बचाने में काफी सहूलियत मिलेगी। साथ ही, इस एक्सप्रेस-वे से इस क्षेत्र के लोग हर मौसम में सड़क से जुड़े रहेंगे।
11 एनएच और 10 एसएच भी इसमें शामिल होंगे
साथ ही, पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे राज्य के 11 राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) और 10 राज्य राजमार्गों (एसएच) से जुड़ जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे को 120 km/h की अधिकतम गति से चलाने के लिए बनाया गया है। 281.95 किमी की लंबाई होगी। यह वैशाली के मीरनगर से शुरू होकर समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा और मधेपुरा जिलों से होकर पूर्णिया के कुछ हिस्सों तक जाएगा। यह छह लेन का एक्सप्रेस-वे लगभग 18 हजार 42 करोड़ 14 लाख रुपये का खर्च करेगा। परियोजना में 21 बड़े पुल, 140 छोटे पुल, 11 रेलवे ओवरब्रिज, 21 इंटरचेंज पुल और 322 अंडरपास बनाए जाएंगे।
सिर्फ 3 घंटे में पटना से पूर्णिया
परियोजना पूरी होने पर पटना से पूर्णिया की यात्रा का समय 3 घंटे कम हो जाएगा। इसके अलावा, इस राजमार्ग से समस्तीपुर, सहरसा और मधेपुरा को जोड़ने के लिए अलग से संपर्क मार्ग बनाया जाएगा। हरित मार्गरेखन पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे का निर्माण करेगा। इसमें पर्यावरणीय संतुलन भी शामिल है।