आम आदमी को मिलेगी महंगाई से राहत, दलहन की कीमतों में नहीं होगा इजाफा
Agriculture News: यह कदम उड़द दाल की उपलब्धता सुनिश्चित करने और कीमतों को स्थिर रखने के लिए उठाया गया है। सरकार के इस फैसले से दाल के व्यापारियों, उपभोक्ताओं और आयातकों को राहत मिलेगी।

The Chopal: सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जिससे आम आदमी को दाल की महंगाई से राहत मिलेगी और घरेलू बाजार में दलहन की कीमतों को स्थिर रखी जाएगी। केंद्रीय सरकार ने शुल्क मुक्त आयात (Urad) को 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दिया है। एक सरकारी सूचना में इसकी सूचना दी गई। यह पहले मार्च के अंत तक लागू था। भारत में उड़द का सबसे बड़ा निर्यातक देश म्यांमार है।
दलहन की कीमतों को स्थिर करने में सहायक होगा
विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने 31 मार्च, 2026 तक उड़द की मुक्त आयात नीति को बढ़ा दिया है। इस कदम से घरेलू दलहन की कीमतों को स्थिर करने में मदद मिलेगी।
भारत इन देशों से उड़द आयात करेगा
अप्रैल से नवंबर के दौरान चालू वित्त वर्ष में उड़द का आयात 60.11 करोड़ डॉलर था। 54.9 करोड़ डॉलर का म्यांमार से आयात हुआ। भारत म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड और ब्राजील से उड़द खरीदता है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा उड़द उपभोक्ता और उत्पादक है।
ड्यूटी फ्री पीली मटर इंपोर्ट की अवधि बढ़ाई
हाल ही में सरकार ने ड्यूटी फ्री पीली मटर एक्सपोर्ट को 31 मई 2025 तक बढ़ाया है। जबकि सरकार ने मसूर के आयात पर 10 प्रतिशत की सीमा शुल्क लगाने की घोषणा की है। 8 मार्च 2025 से शुल्क लागू होगा। इन उपायों से उम्मीद है कि दालों पर मुद्रास्फीति का दबाव कम होगा, उनकी निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित होगी और देश भर के लोगों के लिए उन्हें अधिक आकर्षक बनाया जाएगा।