UP से राजस्थान, उत्तराखंड और दिल्ली आना जाना होगा आसान, भीड़भाड़ से निजात मिलेगी
UP News : हर दिन कानपुर से बहुत से लोग बसों से दूसरे शहरों में जाते हैं। ऐसे में प्राइवेट बसें यात्रियों से अनुचित किराया वसूलती हैं, लेकिन यह जल्द ही समाप्त हो जाएगा। यात्रियों को इन शहरों तक आसानी से पहुंच मिलेगी और भीड़भाड़ से छुटकारा मिलेगा। ज्यादातर लोग कानपुर से जयपुर, देहरादून, वाराणसी और दिल्ली जाते हैं। इन बसों के संचालन से प्राइवेट बसों के मनमानेपन से यात्रियों को निजात मिलेगी.
Uttar Pradseh News : कानपुरवासियों को खुशी वाली खबर मिली है। अब राजस्थान, उत्तराखंड और दिल्ली के लिए सीधी बसें कानपुर से चलेंगी। इसके परिणामस्वरूप, क्षेत्रीय प्रबंध विभाग ने उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम (UPSRTC) को चिह्नित रुटों पर वातानुकूलित (AC) स्लीपर बसों की व्यवस्था करने का प्रस्ताव भेजा है। बसों को उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम से मंजूरी मिलने के बाद चलना शुरू होगा। झरकटी बस स्टेशन से ये बसें जयपुर, देहरादून, वाराणसी और केंद्रीय राजधानी दिल्ली तक जाएंगी।
इससे यात्रियों को इन शहरों तक आसानी से पहुंच मिलेगी और भीड़भाड़ से छुटकारा मिलेगा। ज्यादातर लोग कानपुर से जयपुर, देहरादून, वाराणसी और दिल्ली जाते हैं। इन बसों के संचालन से प्राइवेट बसों के मनमानेपन से यात्रियों को निजात मिलेगी.
विभाग अभी एसी स्लीपर बसों का किराया नहीं बताया है, लेकिन उम्मीद है कि इन बसों का किराया संबंधित रुट पर चलने वाली जनरथ बसों से अधिक होगा। इस संबंध में, क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार ने बताया कि यूपीएसआरटीसी मुख्यालय को चार AC स्लीपर बसों के संचालन का प्रस्ताव भेजा गया है। क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार ने कहा कि एसी स्लीपर बसों का संचालन मंजूरी मिलते ही शुरू हो जाएगा। सिग्नेचर ग्रीन्स सिटी बस अड्डे से झरकटी बस अड्डे तक ये बसें जाएंगी। इन बसों के संचालन से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।
सरकारी बसें मनमानी करती हैं
मीडिया में छपी खबरों के अनुसार, वर्तमान में कानपुर में दो दर्जन से अधिक निजी बस कंपनी हैं। एसी और नान एसी बसों से हर रोज देश और प्रदेश के अन्य शहरों में यात्री जाते हैं। बस चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूलते हैं और अक्सर उनसे बुरा व्यवहार करते हैं।
महाकुंभ में बसें भेजी जाएंगी
अगले वर्ष 13 जनवरी से 26 जनवरी तक प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले में भी कानपुर रोडवेज बसें और ई-बसें उपलब्ध होंगी। इसके तहत महाकुंभ में आवागमन के लिए रोडवेज की 452 बसें और लगभग 90 ई-बसें लगाई जाएंगी। यात्रियों को अलग-अलग रुटों पर सफर करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि बहुत सी बसें शहर में चलती हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार ने इस समस्या को हल करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद अनिल कुमार ने बताया कि यूपीएसआरटीसी से अनुबंधित लगभग 640 से अधिक बसों को अलग-अलग रूटों पर चलाया जाएगा, ताकि यात्रियों को आराम मिलेगा।
महाकुंभ के दौरान हजारों बसें चलेगी
यह बताया जाना चाहिए कि इस बार देश में 40 करोड़ से अधिक विदेशी पर्यटकों का आगमन होगा। ऐसे में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने महाकुंभ में 7 हजार 552 बसों को चलाने की योजना बनाई है ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर तरीके से परिवहन मिल सके। इनमें से 452 बसें कानपुर स्टेशन से रवाना होंगी।