Cotton : विश्वभर में कपास उत्पादन में कौनसा देश है टॉप पर, आपको भी नहीं पता होगा
The Chopal (New Delhi) : रोटी, कपड़ा और घर मानव जीवन के तीन आवश्यक तत्व हैं। इनमें ही शामिल कपास कपड़ा है। हाल ही में मार्केट में बहुत सारे फैब्रिक आ गए हैं, लेकिन कॉटन का मुकाबला आज भी कोई नहीं कर सकता. 7 अक्टूबर को विश्व कपास दिवस मनाया जाता है, जो कॉटन का दिन है। वर्ल्ड कॉटन डे की इस वर्ष की थीम कॉटन फॉर गुड है। आइए जानते हैं आज की कुछ खास बातें।
इस दिन को पहली बार संयुक्त राष्ट्र, विश्व खाद्य संगठन, संयुक्त राष्ट्र व्यापार व विकास सम्मेलन, अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र और अंतरराष्ट्रीय कपास सलाहकार समिति ने मनाया था। 2019 था जब पहली बार वर्ल्ड कॉटन डे मनाया गया। इसका उद्देश्य विश्वव्यापी कॉटन अर्थव्यवस्थाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करना है।
भारत विश्व का पहला कॉटन उत्पादक देश था
भारत विश्व में कपास उत्पादन में सबसे आगे है। यहां प्रति वर्ष लगभग 62 लाख टन कपास उत्पादित होती है। भारत दुनिया का 38 प्रतिशत कॉटन उगता है। भारत विश्व में 6,188,000 टन कॉटन प्रति वर्ष उगाने के साथ सबसे बड़ा कपास उत्पादक है। चीन 6,178,318 टन प्रति वर्ष उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर है।
क्या विश्व कॉटन दिवस मनाया जाता है?
वर्ल्ड कॉटन डे इंटरनेशनल कम्युनिटी और निजी क्षेत्र को बताने और कॉटन से जुड़े कामों और उत्पादों को दिखाने के लिए एक मंच है। यह कामों का मेजबानी करेगा जो किसानों, प्रोसेसरों, शोधकर्ताओं और कंपनियों को उजागर करेंगे।
क्या कॉटन की आवश्यकता है?
देश में कॉटन बनाया जाता है। एक टन कॉटन साल में पांच लोगों को काम देता है औक कपास एक ऐसी फसल है जिसको उगने के लिए बहुत अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती और सूखने पर भी इसका कोई असर नहीं होता। यह दुनिया की किसानी भूमि का सिर्फ 2.1 प्रतिशत हिस्सा है, लेकिन ये 27 कपड़ों की जरूरत पूरी करता है।
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