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Delhi-Dehradun Expressway : दिल्ली देहरादून के इस 16 किलोमीटर रुट में चढ़ी 7500 पेड़ो की बलि, ऐसे हुआ खुलासा

दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे नौकरी पर 212 किलोमीटर लंबा और सिक्स लाइन वाला यह एक्सप्रेसवे 12000 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है. इसे बनने के बाद दिल्ली से देहरादून की ढाई घंटे की दूरी कम हो जाएगी.

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Delhi-Dehradun Expressway : दिल्ली देहरादून के इस 16 किलोमीटर रुट में चढ़ी 7500 पेड़ो की बलि, ऐसे हुआ खुलासा

The Chopal, Delhi-Dehradun Expressway : एक आरटीआई से खुलासा हुआ है कि दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे के निर्माण में हजारों पेड़ों को काटा गया है. Nhai के मुताबिक करीबन 16 किलोमीटर की दूरी में 7500 से अधिक पेड़ काटे गए हैं. इनकी भरपाई करने के लिए करीबन 170000 नए पेड़ लगाए गए हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि यह अगले साल तक खोला जा सकता है.

NHAI ने सूचना का अधिकार (RTI) कानून के तहत पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में बताया कि परियोजना के गणेशपुर-देहरादून खंड पर काटे गए 4,983 पेड़ों में से 2,592 उत्तर प्रदेश में थे, जबकि 4,983 उत्तराखंड में थे।

दायर आरटीआई में नोएडा के सामाजिक कार्यकर्ता अमित गुप्ता ने भी दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के 15.8 किलोमीटर लंबे हिस्से पर पेड़ों के पुन:रोपण और उनकी देखभाल की स्थिति की जानकारी मांगी थी। उत्तर प्रदेश में 155 पेड़ शिफ्ट किए गए हैं, जिनमें से 121 शिफ्ट होने से बच गए हैं, पब्लिक इन्फॉर्मेंशन ऑफिसर और प्रोजेक्ट डायरेक्टर पंकज कुमार मौर्य ने बताया।

NHAI ने बताया कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड वन विभागों द्वारा प्रस्तुत प्रतिपूरक वनीकरण योजना के अनुसार, उनके द्वारा 1,76,050 पेड़ लगाए जाएंगे, जो 7,575 पेड़ों की कटाई की भरपाई करेंगे। इसमें कहा गया है कि एनएचएआई ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के वन विभागों को कंपनशेटरी वनीकरण के लिए 3,60,69,780 रुपये दिए हैं।

दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे, जो छह लेन से बना है, 12,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने बताया है। यह एक्सप्रेसवे अगले साल जनता के लिए खुलने की उम्मीद है, जिससे दिल्ली से देहरादून की यात्रा में ढाई घंटे की कमी होगी।

इस राजमार्ग को चार भागों में बांटा गया है, जो दिल्ली में अक्षरधाम के पास दिल्ली-मुंबई राजमार्ग, शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला के खेकड़ा में ईपीई इंटरचेंज से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के बागपत, शामली, सहारनपुर से उत्तराखंड के देहरादून तक चलेगा।

अप्रैल 2023 में मंत्रालय ने परियोजना की घोषणा की कि 1,995 करोड़ रुपये की लागत से दटकाली, देहरादून में तीन लेन सुरंग का निर्माण किया जा रहा है, जो 340 मीटर लंबी है।

मंत्रालय ने कहा, "पूरे कॉरिडोर के निर्माण में कई विशेष प्रावधान किए गए हैं। इनमें गणेशपुर से देहरादून तक की यात्रा को वन्यजीवों के लिए सुरक्षित रखने का प्रयास किया गया है। इसमें एक बारह किलोमीटर लंबी खुली सड़क, छह पशु अंडरपास, दो हाथी अंडरपास, दो बड़े पुल और तेरह छोटे पुल शामिल हैं। साथ ही, पूरे एक्सप्रेसवे पर 5 आरओबी, 4 प्रमुख पुल, 62 बस शेल्टर, 113 व्हीकल अंडरपास, लाइट व्हीकल अंडरपास, स्मॉल व्हीकल अंडरपास बनाए जा रहे हैं। साथ ही 76 किमी सेवामार्ग, 29 किमी एलिवेटेड मार्ग और 16 प्रवेश-निकास बिंदु बनाए जा रहे हैं।