Grandfather Property Rights : दादा के बाद पोते-पोती को प्रॉपर्टी में कैसे मिलेगा हक, क्या कहता है कानून
Grandfather Property Rights :भारत में पूर्वजों की संपत्ति का बंटवारा बहुत मुश्किल है। इस प्रक्रिया में देश में लाखों लोग सालों साल मुकदमेबाजी का सामना करते रहते हैं और अपना कीमती समय बर्बाद करते हैं। यही कारण है कि आज हम आपको उस कानून के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें बताया गया है कि दादा के बाद पोते-पोती को संपत्ति में हिस्सा कैसे मिलेगा..।

The Chopal, Grandfather Property Rights : देश भर में संपत्ति को लेकर लगातार बहस होती रहती है। इसके बारे में भारत में स्पष्ट कानून नहीं है, इसलिए कोर्टों और कचहरियों में हजारों-लाखों केस अटक गए हैं।
पोते का हक (Grandson's right in grandfather's property) अक्सर उठता है। तो चलिए आज इस गुत्थी पर चर्चा करते हैं।
इस तरह बंटवारा होगा अगर वसीयत नहीं होगी
एक्सपर्ट्स ने कहा कि पोते का दादा की संपत्ति पर सीधा अधिकार नहीं होता। अगर कोई व्यक्ति मर जाता है और कोई वसीयत नहीं है, तो उसके बेटे या बेटी का पहला अधिकार होता है। लेकिन अगर वे भी मर जाएँ तो संपत्ति पोते या पोती को मिलेगी।
इसके लिए SDM कोर्ट में अपील करनी होगी। सभी दस्तावेजों की जांच के बाद आवेदन खारिज कराया जा सकता है। उत्तर प्रदेश (UP News) में पारिवारिक नियमों के तहत वितरण कराया जा सकता है।
पोते का दादा की संपत्ति पर हक
दादा की संपत्ति (grandfather's property) से जुड़ी एक और दिलचस्प बात है। नियम कहता है कि अगर कोई बच्चा अपने माता-पिता की इज्जत नहीं करता, उनका ख्याल नहीं रखता या किसी अन्य कारण से उनका संपत्ति छीन लेता है, तो माता-पिता अपनी संपत्ति छीन सकते हैं।
लेकिन वह अपनी स्वअर्जित संपत्ति (self-acquired property) के लिए ही ऐसा कर सकते हैं। पोते को दादा या किसी पूर्वज की संपत्ति से छूट नहीं दी जा सकती। उसके पास पुश्तैनी संपत्ति का अधिकार रहेगा।