Harayana में इस दिन होगी सरकारी धान की खरीद, यह रहेगी MSP
The Chopal - हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी दी हैं। आपको बता दे की 20 सितंबर से HR सरकार किसानों की मांग पर 56 वर्ष में पहली बार धान खरीदने को तैयार हुई है। इसके लिए अब केंद्र सरकार से मंजूरी मांगी गई है। किसानों को सरकार की अपील पर 20 सितंबर से भी खरीद की अनुमति भी मिलेगी। 1967 के बाद 20 सितंबर से धान की खरीद पहली बार होगी।
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गौरतलब है कि पीआर ग्रुप धान की आवक मंडियों में शुरू हो गई है। धान का एमएसपी 2203 रुपये/क्विंटल है। किसानों ने 15 सितंबर से खरीद शुरू करने की मांग की थी, इसके लिए धान उत्पादक किसानों ने करनाल, पानीपत और कैथल समेत कई जिलों में प्रदर्शन किया। अब तक, सरकार हर साल अक्तूबर से धान खरीदने लगती है। किसान यूनियनों ने सरकार से मांग की कि 15 सितंबर से पीआर धान खरीदा जाए। प्रदेश सरकार ने किसानों की मांग पर केंद्र को पत्र लिखा है। धान मुख्य रूप से कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला और यमुनानगर में पीआर ग्रुप में उत्पादित होता है। इस धान को जींद, सिरसा, फतेहाबाद और पानीपत में भी बोया जाता है।
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कैथल मंडी के आढ़ती कृष्ण कुमार ने बताया कि पीआर धान की आवक इस समय शुरू हो गई है। अभी इसमें 26 % नमी है। नियम के अनुसार, सरकार केवल 17 प्रतिशत नमी के धान खरीद सकेगी। किसान नेता जगदीश ओलख, सर छोटू राम भारतीय किसान यूनियन, ने कहा कि 20 सितंबर से अनुमति मिल जाती है तो बड़ी राहत मिलेगी। 25 सितंबर जरूर दो वर्ष पहले खरीद शुरू की थी। अक्तूबर से खरीद का नियम बनाया गया था, तब धान देरी से पकता था। अब कम समय में पकने वाले प्रकार हैं। जो 15 सितंबर तक काटने ही चाहिए।
अनुमति मिलते ही खरीद होगी
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि राज्य ने 20 सितंबर से धान की खरीद शुरू करने की अनुमति केंद्र सरकार से मांगी है। हम उम्मीद करते हैं कि केंद्र से जल्दी ही खरीद की अनुमति मिल जाएगी और इसके बाद हम खरीद की प्रक्रिया शुरू कर देंगे। उसने कहा कि इस बार राज्य को खाद की कमी नहीं होगी। केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से खाद की उपलब्धता पर चर्चा की।
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मुख्यमंत्री ने भी इस विषय पर केंद्रीय मंत्री से बातचीत की है। कृषि मंत्री ने कहा कि बाजार में बाजरे की कीमत अभी MSP से कम है। 10 हजार मीट्रिक टन बाजार अभी तक खरीदा भी गया है। सरकार अभी स्थिति पर नज़र रखती है और भावांतर भरपाई कार्यक्रम के तहत किसानों को धन देगी या एमएसपी पर खरीद शुरू करेगी अगर बाजार भाव यही रहता है। किसान भाइयों को चिंता नहीं करनी चाहिए, सरकार उनके साथ है।
मंडियों में अग्निशमन वाहन होंगे
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को इस बार मंडियों के पास अग्निशमन वाहनों की तैनाती करने का आदेश दिया है ताकि मंडियों में होने वाली आगजनी की घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। सोमवार को डिप्टी सीएम ने कहा कि केंद्र ने किसानों की मांग को पूरा करने के लिए 20 सितंबर से धान और 25 सितंबर से बाजरा खरीदना शुरू किया है। साथ ही, राज्य 20 सितंबर से मक्का खरीदेगा, अक्तूबर से मूंग, दिसंबर से तिल, अरहर और उड़द खरीदेगा। धान खरीदने का लक्ष्य इस बार 60 लाख मीट्रिक टन है। उन्होंने यह भी बताया कि धान खरीदने के लिए 215 खरीद केंद्र बनाए गए हैं; मक्का के लिए 92, बाजरा के लिए 19, सूरजमुखी के लिए 13, मूंग के लिए 38, तिल के लिए 27, अरहर के लिए 22 और उड़द के लिए 10। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सभी फसलें खरीदी जाएंगी।