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UP के इस जिले में 200 गांवों में कब्जा कर कोई भी ले रहा जमीन, भू-नक्शे गायब, सरकार की अब ये तैयारी

गोरखपुर कलेक्ट्रेट के अभिलेखागार में सुरक्षित पूरे जिले के राजस्व रिकॉर्ड से लगभग 200 गांवों के भू-नक्शे नष्ट हो गए हैं, साथ ही शहर के कुछ भाग भी। यद्यपि कुछ बचे हैं, वे इतने पुराने हो गए हैं कि पढ़ने योग्य नहीं हैं।
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In this district of UP, someone is taking land by occupying 200 villages, land maps are missing, now this is the preparation of the government

The Chopal - गोरखपुर कलेक्ट्रेट के अभिलेखागार में सुरक्षित पूरे जिले के राजस्व रिकॉर्ड से लगभग 200 गांवों के भू-नक्शे नष्ट हो गए हैं, साथ ही शहर के कुछ भाग भी। यद्यपि कुछ बचे हैं, वे इतने पुराने हो गए हैं कि पढ़ने योग्य नहीं हैं। स्थिति यह है कि गांव में एक अपराधी किसी की जमीन कब्जा कर रहा है, इसलिए पीड़ित को कोई मानचित्र नहीं है। इसलिए बहस जारी है।

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तुर्कमानपुर में रहने वाले स्वतंत्र कुमार ने पिछले दिनों घर के पीछे की जमीन का नक्शा लेने के लिए अभिलेखागार में देखा कि नक्शा गायब था। उन्हें पता चला कि राजस्व परिषद में नक्शे की एक प्रति है, जिसे वहां से लाने की कोशिश की जा रही है। नक्शा वहाँ से आते ही नकल करना शुरू हो जाएगा।

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यह समस्या सिर्फ तुर्कमानपुर के स्वतंत्र कुमार की नहीं है; भेड़ियागढ़, बिलंदपुर और बशारतपुर सहित जिले के लगभग दो सौ गांवों के नक्शे गायब या नष्ट हो चुके हैं। यहाँ बहुत से लोगों के झगड़े सुलझ नहीं पा रहे हैं। अब इस समस्या को हल करने के लिए संबंधित हल्के के लेखपाल राजस्व परिषद जाएंगे और वहां रिकॉर्ड मिलान कर क्षेत्र का नक्शा लाएंगे। इसकी तैयारी अभी चल रही है। लेखपालों को जल्द ही रोस्टर बनाकर राजस्व परिषद भेजा जाएगा।

पुराने अभिलेख भी नष्ट हो गए हैं

ब्रिटिश शासनकाल में उर्दू में लिखे गए अभिलेख राजस्व अभिलेखागार में नहीं हैं। कोर्रा अधिकतर गांवों में बांटे गए और तकसीम किए गए। चकबंदी के पहले खतौनियों (1356, 1359, 1365, 1370) के अलावा कई गांवों के डीह के अभिलेखों (आकार पत्र दो, आकार पत्र 23, आकार पत्र 11) भी फट गए हैं। जल्द ही लेखपालों को राजस्व परिषद भेजा जाएगा और आवश्यक नक्शे मांगे जाएंगे।
 

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