The Chopal

Indian Railways:- ट्रेन को बनाने में कितना खर्चा होता है, इंजन का रेट सुन रह जाएंगे दंग

आपने ट्रेन में सफर तो किया ही होगा। ट्रेन में लंबी दूरी तय करना आसान होता है। इसमें सोकर भी सफर किया जा सका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ट्रेन को बनाने में कितना खर्च आता है। नीचे खबर में विस्तार से पढ़ें- 

   Follow Us On   follow Us on
Indian Railways:- How much does it cost to build a train, you will be surprised to hear the rate of the engine.

The Chopal News (नई दिल्ली)। भारत में ज्यादातर लोग ट्रेवल करने के लिए ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं. भारतीय रेलवे नेटवर्क देश के कोने कोने में फैला है. चाहे कम दुरी के लिए हो या लंबी, इंडियन रेलवे हमेशा पहली पसंद होता है. आखिर हो भी क्यों ना? जिन इलाकों में सड़कें नहीं है, वहां भी रेल की पटरियां मौजूद है. इसके अलावा अगर लंबी दूरी तय करना हो, तो उसके लिए ट्रेन में आराम से सोकर जाने की व्यवस्था होती है. इस कारण लोग ट्रेनों को ही प्रेफर करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि जिस ट्रेन से आप सफर करते हैं, उस पूरी ट्रेन का दाम कितना होगा?

जब कभी मार्केट में नई कार या बाइक लॉन्च होती है तो लोग उसके फीचर्स के अलावा उसके दाम में भी इंट्रेस्ट दिखाते हैं. ऐसे में जरा सोचिये कि इतनी बड़ी ट्रेन, जो गर रोज इतने लोगों को एक से दूसरे जगह पहुंचाती है, उसकी कितनी कीमत होगी? एक ट्रेन को बनाने में आखिर कितना पैदा खर्च होता होगा? आज हम आपको इसी सवाल का जवाब देंगे. ट्रेन के हर कोच और इसकी सुविधा के अनुसार उसकी कीमत तय की जाती है. ऐसे में जनरल बोगी, स्लीपर और एसी कोच के दाम अलग-अलग होते हैं।

नए Noida का मास्टर प्लान तैयार, वेयरहाउस व छोटे उद्योगों का भी होगा खास इंतजाम

अगर ट्रेन की कीमत की बात कर रहे हैं, तो जनरल पैसेंजर ट्रेन की कीमत करीब पचास से साथ करोड़ रुपए जाती है. ये बाकी ट्रेन से कम है क्यूंकि पैसेंजर ट्रेन में सुविधाएं भी कम होती हैं. इसके अलावा एक्सप्रेस ट्रेन, जिसमें करीब 24 कोच होते हैं, उसकी कीमत अलग है. एक्सप्रेस ट्रेन के हर कोच को बनाने में करीब दो करोड़ की लागत आती है. ऐसे में हर कोच के हिसाब से इसकी कीमत बैठती है 48 करोड़ रूपये. वहीं अगर इसके इंजन की कीमत जोड़ दें, तो दाम और बढ़ जाएंगे।

सारे ट्रेन्स की कीमत उसके कोच में मिलने वाली सुविधा पर निर्भर करता है. अगर ट्रेन जनरल है, तो उसकी कीमत कम होगी. क्यूंकि उसमें सुविधाएं कम है. लेकिन हां, अगर स्लीपर की बात करें, तो इसके कोच को बनाने में ज्यादा पैसे लगेंगे. अब एसी के कोच में आइए. एयर कण्डिश्नरव लगाने से लेकर कांच फिट करने और तमाम सुविधाओं को जोड़ देने से उसकी कीमत कई गुना बढ़ जाती है. लेकिन अब आपको बताते हैं ट्रेन के सबसे महंगे हिस्से की. ट्रेन का इंजन सबसे महंगा आता है. एक इंजन की कीमत करीब बीस करोड़ होती है. हालांकि, एक लिहाज से ये सस्ता भी है क्यूंकि भारतीय रेलवे के इंजन इंडिया में ही बनते हैं. ऐसे में उनके दाम कम हैं।

Also Read: Buildings Construction : जब देश में नहीं था सीमेंट, जानें कैसे बनते थे मजबूत घर व किले