राजस्थान में यहां बनेगा 33.48 किमी. लंबा बाईपास, नितिन गडकरी ने दी 963 करोड़ की स्वीकृति
Bhajan Lal Sharma: राजस्थान को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तरफ से एक और रोड प्रोजेक्ट की शुरुआत मिली है। यह प्रोजेक्ट दो शहरों के लिए संजीवनी का काम करने वाला है। दोनों शहरों के बीच 963.37 करोड रुपए की लागत से बाईपास का निर्माण किया जाएगा जिससे सुरक्षित यातायात जाम मुक्त शहर होगा।

The Chopal : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तरफ से राजस्थान को मिला यह नया बाईपास प्रोजेक्ट न सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देगा, बल्कि दो शहरों के बीच कनेक्टिविटी को भी नए आयाम पर ले जाएगा। राजस्थान के लिए वाकई एक बड़ी सौगात है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तरफ से शुरू किया गया ये नया रोड प्रोजेक्ट न केवल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगा बल्कि दो शहरों के बीच कनेक्टिविटी को भी जबरदस्त तरीके से बढ़ाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस परियोजना से दोनों शहरों में भीड़भाड़ कम होगी। साथ ही समय की बचत और सुचारू, सुरक्षित यातायात प्रवाह सुनिश्चित करेगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार (4 अप्रैल) को राजस्थान के करौली और गंगापुर के लिए एक बाईपास की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना की लागत साढ़े नौ सौ करोड़ से अधिक होगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी इसके लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धन्यवाद दिया है। CM भजनलाल शर्मा ने एक्स हैंडल पर लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'उत्कृष्ट कनेक्टिविटी- विकसित भारत' के संकल्प के अनुरूप इस अभिनंदनीय सौगात के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का हार्दिक आभार एवं धन्यवाद।
963.37 करोड़ रुपये खर्च होंगे
उससे पहले, नितिन गडकरी ने अपने एक्स हैंडल पर कहा, "राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्ग-23 पर पेव्ड शोल्डर के साथ 2-लेन के गंगापुर बाईपास और करौली बाईपास (कुल लंबाई: 33.48 किमी) के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। उसने आगे लिखा, "राष्ट्रीय राजमार्ग-23 जयपुर जिले के कोथुन में राष्ट्रीय राजमार्ग-52 के साथ जंक्शन से शुरू होता है और राजस्थान के धौलपुर जिले में समाप्त होता है। गंगापुर सिटी और करौली के बाईपास घनी आबादी वाले इलाकों में कम मोड़ से बचने के लिए बनाए गए हैं।
भीड़भाड़ कम करने में मदद मिलेगी
केंद्रीय मंत्री ने लिखा, "यह परियोजना दोनों शहरों में भीड़भाड़ को कम करने में मदद करेगी। साथ ही सुचारू, सुरक्षित यातायात प्रवाह और पर्याप्त यात्रा समय की कमी सुनिश्चित करेगा।