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Bihar में यहां 50 हजार से 2 लाख के बीच मिल रही जमीन, आज खरीदी तो 1 साल बाद होंगे मालामाल

Bihar News : एनडीए की सरकार बिहार में बनने के बाद कल-कारखाना खुलने और उद्योग बढ़ने की संभावना जगी है। ऐसे में देशभर की बड़ी कंपनियां बिहार की ओर रुख कर रही हैं। व्यवसाय और कारखाने खोलने के लिए कंपनियों ने खाली जमीन खोजनी शुरू कर दी है।
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Bihar में यहां 50 हजार से 2 लाख के बीच मिल रही जमीन, आज खरीदी तो 1 साल बाद होंगे मालामाल

Bihar News : एनडीए की सरकार बिहार में बनने के बाद कल-कारखाना खुलने और उद्योग बढ़ने की संभावना जगी है। ऐसे में देशभर की बड़ी कंपनियां बिहार की ओर रुख कर रही हैं। व्यवसाय और कारखाने खोलने के लिए कंपनियों ने खाली जमीन खोजनी शुरू कर दी है। यही कारण है कि सस्ती जमीन पर सबका ध्यान है। यूपी-बिहार से जुड़े गोपालगंज जिले में कई स्थान हैं जहां जमीन की कीमत आज भी कौड़ियों पर है। यही कारण है कि आज सस्ती जमीन खरीदने से कल लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं किन इलाकों में जमीन की कीमतें हैं। 

दियारा क्षेत्र में बिहार के गोपालगंज जिले में नारायणी नदी पर बड़ा पुल और फोरलेन बनने से जमीन की कीमतें बढ़ी हैं। 50 हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये प्रति कट्ठा के बीच यहां जमीन अब बिक रही है। इस क्षेत्र में मंगलपुर पुल है, जो गोपालगंज-बेतिया (पश्चिम चंपारण) को जोड़ता है। गंडक नदी पर बड़ा पुल बनने के बाद से इस क्षेत्र में जमीन की कीमत तेजी से बढ़ रही है।

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यहां जमीन का मूल्य 50 हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये प्रति एकड़ तक हो सकता है। जमीन का मूल्य सदर प्रखंड के विशुनपुर बांध से लेकर रामपुर टेंगराही, यानी बेतिया जिला की सीमा तक बहुत कम है। यह क्षेत्र पहले गंडक नदी का दियरा था, लेकिन अब धीरे-धीरे विकसित होने लगा है। केंद्र सरकार ने स्टेट हाइवे को नेशनल हाइवे में तब्दील कर दिया है और काम भी जल्द शुरू होने वाला है.

गोपालगंज-बेतिया के बीच जमीन खरीदने पर छोटी-बड़ी फैक्ट्रियों को खोलने का अवसर मिलेगा। कल-कारखाना और छोटे-बड़े उद्यमों को केंद्रीय और राज्य सरकारों से सब्सिडियरी भी मिलती है। यहां दुरुस्त ड्रेनेज प्रणाली होगी और नदियां लाभ उठाएंगी। यह क्षेत्र भी होटल, रिसॉर्ट और जल पार्क के लिए बेहतर है। Property workers कहते हैं कि इस इलाके में पड़ोसी उत्तर प्रदेश के कई बिजनेसमैन जमीन खरीद रहे हैं, ताकि वे अपने कारोबार को बढ़ावा दें।

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इस इलाके में केंद्रीय सरकार की एफसीआइ, फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (भारतीय खाद निगम) का बड़ा गोदाम बन रहा है। भारतीय खाद निगम के जादोपुर विशुनपुर बाजार में बन रहे गोदाम के बाद, इलाके में बड़े कारोबारियों ने भी व्यावसायिक उद्घाटन करना शुरू कर दिया है। यह क्षेत्र फोरलेन से जुड़ने के बाद जमीन की कीमत तेजी से बढ़ने लगी है। फिलहाल, फोरलेन के किनारे जमीन कुछ स्थानों पर सस्ती है। इनमें जादोपुर के विशुनपुर, विशुनपुर पूर्वी, रामपुर टेंगराही, राजवाही और मलाही शामिल हैं। यही कारण है कि सस्ती जमीन पर सबका ध्यान है। यूपी-बिहार से जुड़े गोपालगंज जिले में कई स्थान हैं जहां जमीन की कीमत आज भी कौड़ियों पर है। यही कारण है कि आज सस्ती जमीन खरीदने से कल लाभ मिल सकता है।