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बिहार के 250 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण, निकलेगा फ़र्राटेदार रफ्तार भरने वाला एक्सप्रेसवे

Bihar News : बिहार में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर की एक और महत्वपूर्ण परियोजना को धरातल पर उतरने की दिशा में सरकार की तरफ से बड़ा कदम उठाया गया है। दो जिलों के बीच इस एक्सप्रेसवे बनने के बाद भी आवागमन आसान होने के साथ-साथ अन्य साथ लगते जिलों में भी यातायात कनेक्टिविटी आसान होगी। इस परियोजना के लिए 6 जिलों के 29 प्रखंडों में 250 से ज्यादा के गांवों में जमीन अधिग्रहण की जाएगी।

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बिहार के 250 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण, निकलेगा फ़र्राटेदार रफ्तार भरने वाला एक्सप्रेसवे

Patna Purnia Expressway: बिहार के लिए रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक बड़ी और निर्णायक पहल है। दो प्रमुख जिलों के बीच प्रस्तावित एक्सप्रेसवे परियोजना का प्रभाव केवल उन्हीं जिलों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके माध्यम से आसपास के छह जिलों के 29 प्रखंडों और 250 से अधिक गांवों की कनेक्टिविटी में भी भारी सुधार होगा। पूर्णिया से पटना तीन घंटे में जा सकता है। एक्सप्रेसवे के लिए जमीन अधिग्रहण की सूचना प्रकाशित की गई है। पटना पूर्णिया एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण अधिसूचना राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा जारी की गई है. इसके बाद अधिग्रहण कार्य शुरू किया जा सकेगा। पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे के लिए 6 जिलों के 29 प्रखंडों में 250 से अधिक गांवों में जमीन दी जाएगी, अधिसूचना कहती है। 281.95 किमी लंबी राजमार्ग के निर्माण पर 18042.114 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

सीमांचल का विकास होगा

पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि अधिसूचना जारी होने के बाद इस महत्वपूर्ण परियोजना को धरातल पर उतारने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है. परियोजना का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो सकेगा। उनका कहना था कि सरकार पटना-पूर्णिया राजमार्ग को जल्दी पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे बिहार के सड़क नेटवर्क को मजबूत करेगा और सीमांचल क्षेत्र का विकास तेज करेगा।

281.95 किमी लंबी राजमार्ग

281.95 किमी लंबी यह राजमार्ग बिहार की सबसे महत्वाकांक्षी सड़क निर्माण परियोजनाओं में से एक है। यह वैशाली के एनएच-22 के मीरनगर से शुरू होकर समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा और मधेपुरा जिलों से होकर एनएच-27 के कुछ भठ्ठी (पूर्णिया) तक जाएगा। यह हरित क्षेत्र मार्गरेखन पर आधारित होगा, जो पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखेगा।

6 जिलों में जमीन अधिग्रहण होगा

पटना पूर्णिया एक्सप्रेसवे के लिए वैशाली के 6, समस्तीपुर के 8, दरभंगा के 2, सहरसा के 5, मधेपुरा के 2 और पूर्णिया के 6 प्रखंडों में जमीन अधिग्रहण की जाएगी। परियोजना में 11 रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी), 21 इंटरचेंज, 21 बीयूपी/एलबीयूपी और 140 लघु पुल बनाए जाएंगे। 6 लेन चौड़े एक्सप्रेसवे का निर्माण 18,042.14 करोड़ रुपये का खर्च होगा।

पूर्णिया से पटना का सफर 3 घंटे में होगा

वर्तमान में पटना से पूर्णिया पहुंचने के दो प्रमुख रास्ते हैं। मुजफ्फरपुर से NH-22 और NH-27 के माध्यम से, जो लगभग 8:30 घंटे लेता है। वहीं दूसरा रास्ता एनएच-31 और एनएच-231 के माध्यम से कोरहा (कटिहार) से गुजरता है, जो लगभग 7 घंटे लेता है। नया एक्सप्रेसवे पूरा होने पर पटना से पूर्णिया की यात्रा केवल 3 घंटे रह जाएगी। राज्य सरकार ने कहा है कि एक्सप्रेसवे को समस्तीपुर, सहरसा और मधेपुरा जिला मुख्यालयों से जोड़ने के लिए एक अलग संपर्क मार्ग बनाया जाएगा। इससे इन जिलों की कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी।

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