UP के 30 गावों की जमीन पर बसाया जाएगा आधुनिक शहर, अनेको सुविधाओं से होगा लैस
UP News : उत्तर प्रदेश में एक ओर नए शहर का निर्माण किया जाएगा। आबादी के दबाव को काम करने के लिए मास्टर प्लान 2021 तैयार किया गया है। यह नया शहर 30 गांवों की 10500 हेक्टेयर जमीन पर विकसित किया जाएगा। इस शहर में इंडस्ट्रियल यूनिट के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट हब पर भी स्पेशल ध्यान दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में पर्यटन पर भी खास फोकस किया जाएगा।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की तरफ से एक नया आधुनिक शहर बनाने का प्लान पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। यह नया शहर आगरा की पास यमुना एक्सप्रेसवे के पास बनाया जाएगा। अर्बन स्टेट के नाम से जाना जाने वाला यह शहर आकार में नोएडा से आधा होगा। ताज नगरी के पास बनने वाला यह नया शहर हत्या आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इस प्रोजेक्ट में पर्यटन पर भी खास फोकस किया जाएगा। नए शहर के निर्माण के बाद नोएडा में आगरा पर लोगों का दबाव कम पड़ेगा। आसपास के इलाकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेगी।
लोगों को अच्छी सुविधाओं वाले शहर की जरूरत
एक्सपर्ट्स का मानना है कि जेवर एयरपोर्ट के बनने से नोएडा और आसपास के बड़े शहरों, जिनमें आगरा भी शामिल है, में कारोबार के अवसर बढ़ेंगे। ऐसे में काम करने वाले लोगों को अच्छी सुविधाओं वाले शहर की जरूरत होगी। यदि एक्सप्रेसवे पर नया शहर नहीं बनाया जाता तो नोएडा और आगरा जैसे शहरों पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा, जो इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी समस्याओं को जन्म दे सकता है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए, एक नया शहर बनाना बहुत जरूरी है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) अधिसूचित 30 गांवों की 10,500 हेक्टेयर भूमि पर न्यू आगरा विकसित करेगा। यहां शहरी सुविधाओं के विकास पर करीब 40 हजार करोड़ रुपये व्यय होंगे।
न्यू आगरा अर्बन सेंटर 10,500 हेक्टेयर में बनाया जाएगा
योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश सरकार यमुना एक्सप्रेसवे पर एक नया शहर बनाने की योजना बना रही है। समाचार पत्रों के अनुसार, न्यू आगरा अर्बन सेंटर 10,500 हेक्टेयर में बनाया जाएगा और नोएडा का आधा आकार होगा। YEIDA (यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) ने सलाहकारों से एक मास्टर प्लान बनाने का अनुरोध किया है। विभिन्न शहरों से जुड़ने वाले परिवहन और पर्यावरणीय प्रभाव पर सुझाव देने वाला यह सलाहकार विकास के लिए एक मार्गदर्शन होगा।
उद्योग विभाग और ट्रांसपोर्ट हब पर खास ध्यान
आगरा के पास बसे इस नए शहर में उद्योग विभाग और ट्रांसपोर्ट हब पर खास ध्यान रहेगा। ग्रीन बेल्ट को प्रदूषण को कम करने के लिए 15 प्रतिशत जमीन दी जाएगी। आगरा के लोगों को नौकरी की तलाश में अपने घर से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा क्योंकि आगरा के पास ही व्यवसाय है। ताजमहल को बचाने के लिए आगरा के आसपास किसी भी प्रदूषण फैलाने की अनुमति नहीं है। यही कारण है कि प्रदूषण के जोखिमों को नियंत्रित करने के लिए नए शहर केवल हरित उद्योगों को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
मास्टर प्लान 2031
YEIDA ने दिल्ली-NCR में आबादी के दबाव को कम करने के लिए मास्टर प्लान 2031 बनाया है। ताज नगरी आगरा के निकट एक अधिसूचित क्षेत्र में 10,500 हेक्टेयर जमीन पर एक नया शहर बसाने का नया मास्टर प्लान शुरू हो गया है। ताज नगरी के पास बनाया गया यह नया शहर सबसे अच्छी सुविधाओं से लैस होगा। मास्टर प्लान-2031 के अनुसार, भविष्य में शहर की आबादी लगभग 11 लाख होगी, इसलिए निर्माण और अन्य योजनाएं बनाई जाएंगी। साथ ही शहर का कुल क्षेत्रफल का 7% पर्यटन के लिए होगा।
जमीन किस काम के लिए आरक्षित
आगरा के पास यमुना एक्सप्रेसवे पर बसे इस शहर की 25% जमीन उद्योग के लिए आरक्षित हो सकती है, रिपोर्टों के अनुसार। इसके अलावा, 20 प्रतिशत आवासीय भूमि और 4 प्रतिशत व्यावसायिक भूमि रखी जा सकती है। 13 प्रतिशत जमीन ट्रांसपोर्ट के लिए भी आरक्षित है। जैसा कि पहले कहा गया है, ग्रीन बेल्ट और पर्यटन के लिए पंद्रह प्रतिशत जमीन आरक्षित रखी जा सकती है। जमीन का अतिरिक्त हिस्सा अन्य उद्देश्यों के लिए रखा जा सकता है।