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NCR का में नया शहर बसाने की योजना, 20000 हेक्टेयर बड़े इलाके पर बनेगा, विदेश जैसी आएगी फील

नोएडा प्राधिकरण दादरी बुलंदशहर के 84 गांव की जमीन पर नया शहर बनाने की योजना तैयार कर रहा है. इस शहर में इतनी आधुनिक सुविधाएं होंगी की विदेश जैसी फील आएगी. आइये देखें क्या है पूरा प्रोजेक्ट,
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NCR का में नया शहर बसाने की योजना, 20000 हेक्टेयर बड़े इलाके पर बनेगा, विदेश जैसी आएगी फील

The Chopal ( NCR ) अक्‍सर हम अपने शहरों की तुलना विदेशों से करते हैं. ऐसे में अब एनसीआर में एक और ऐसा शहर बसने जा रहा है, जिसको शिकागों की तर्ज पर बसाया जाएगा. 84 गांवों की जमीन पर यह नया शहर बसेगा और एनसीआर का सबसे बेहतरीन शहर होगा. यह सिटी कहीं और नहीं बल्कि नोएडा में बसाया जाएगा.

उत्तर प्रदेश के नोएडा को दुनिया के आधुनिकतम शहरों की तर्ज पर बनाने की योजना शुरू हो गई है. इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने दादरी-बुलंदशहर के 84 गांवों को जोड़कर नया नोएडा बसाने की योजना बनाई है. न्यू नोएडा को शिकागो और सिंगापुर जैसे आधुनिक सुविधाओं वाले शहरों की तरह तैयार किया जा रहा है. यानी न्यू नोएडा में वो सारी सुविधाएं होंगी जो दुनिया के किसी विकसित शहर में हो सकती हैं.

इस शहर में आवासीय,औद्योगिक,हरियाली और आधुनिक तकनीक से लैस यातायात की सभी आधुनिक सुविधाएं उसी तरह होंगी जैसा दुनिया के चुनिंदा बड़े शहरों में होती है. 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बसाये जा रहे इस शहर के लिए एक हजार करोड़ का आतंरिक बजट पास हो गया है. इसका नाम दादरी नोएडा गाजियाबाद निवेश क्षेत्र (डीएनजीआइआर) होगा. आद्योगिक विकास आयुक्त और नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन की अध्यक्षता में बीते मंगलवार को हुई बोर्ड बैठक में नोएडा के मास्टर प्लान 2041 को मंजूरी दे दी गई है.

क्यों बसाया जाएगा न्यू नोएडा

नया नोएडा को खासतौर से आद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए बसाया जा रहा है. जिसमें 41 प्रतिशत क्षेत्र उद्योगों के लिए चिन्हित किया गया है. 11.5 प्रतिशत आवासीय,17 प्रतिशत हरियाली और मनोरंजन, 15.5 प्रतिशत सड़क, 9 प्रतिशत संस्थागत और 4.5 प्रतिशत क्षेत्र कमर्शियल प्रॉपर्टी के लिए प्रयोग होंगे.

नए नोएडा में कर्मचारियों के लिए आवास की भी सुविधा होगी. इनके लिए ईडब्लूएस,एलआईजी,एमआईजी और एचआईजी घर बनाएं जाएंगे. शहर की कुल आबादी 6 लाख में माइग्रेंट यानि प्रवासियों की संख्या 3.5 लाख होगी. नए नोएडा में उच्च शिक्षा के लिए मेडिकल पैरामेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे.

क्रेडाई एनसीआर के अध्‍यक्ष और गौड़ ग्रुप के सीएमडी मनोज गौड़ का कहना है कि नए नोएडा के विज़न में उद्योगों, कार्यालयों, विश्वविद्यालयों और आवासीय क्षेत्रों के लिए समर्पित क्षेत्र शामिल हैं, जिसका लक्ष्य लगातार बढ़ती आबादी की बढ़ती मांगों को पूरा करना है. इस महत्वाकांक्षी योजना का लक्ष्य वर्तमान नोएडा में उद्योगों की संख्या को दोगुना करना है,जिससे यह एक संपन्न औद्योगिक और कमर्शियल हब बन सके. इसके अलावा क्षेत्र में नियोजित विकास से रियल एस्टेट क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिलेगा. ऐसी आशा और उम्मीदों के साथ नया नोएडा उभरने के लिए तैयार है. निवेश बढ़ेगा तो सीधा लाभ रियल एस्टेट सेक्टर को साथ ही शहर के विकास में मिलेगा.

क्यों पड़ी नए नोएडा को बसाने की जरुरत

दरअसल नोएडा का 95 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा विकसित हो गया है. केवल नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से सटे कुछ इलाकों को विकसित किया जाना बाकि है. ऐसे में शहर का विस्तार करने के लिए यहाँ अब जमीन नहीं बची है. आद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नया नोएडा बसाने की जरुरत है. वहीं दिल्ली एनसीआर में आबादी बढ़ रही है. ऐसे में वहाँ पर कुछ हिस्सा आवासीय के लिए भी आरक्षित किया गया है.

मिग्‍सन ग्रुप के एमडी यश मिगलानी का कहना है कि नए नोएडा में एनसीआर के बाकि शहरों से बेहतर होगी सुविधा जिसमें हरियाणा के मानेसर, कोंडली, राई, बावल, धारुहेड़ा, राजस्थान के भिवाड़ी से बेहतर सुविधा मिलेगी. यूपी में नया शहर बसाने के लिए 84 गांव की जमीन को सरकार मिलाएगी,जिसकी वजह से बहुत जल्द ही इन जिलों में जमीन के रेट आसमान छुएंगे. लोग दिल्ली-एनसीआर की भीड़भाड़ से दूर इस नए शहर की ओर तेजी से आकर्षित होंगे,जिससे क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा. रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टी की मांग में उछाल आएगा. साथ ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास नया नोएडा बसने से यहाँ प्रॉपर्टी।

अलग-अलग चार जोन में बसेगा

नए नोएडा को साउथ जोन,ईस्ट जोन,वेस्ट जोन,नार्थ जोन आदि में बसाये जाने की योजना है. डीएनजीआइआर को कुल 20 हजार हेक्टेयर में फैलाया जायेगा. प्रत्येक जोन में अलग-अलग इंडस्ट्रियल हब को डेवलप करने की योजना है. यहां प्रस्तावित सड़क, रेलवे लाइन सीधे डीएनजीआइआर को देश की आर्थिक राजधानी मुबंई से जोड़ेगा. साथ ही कच्चा माल व मशीनरी के लिए न्यू नोएडा कोलकाता व लुधियाना शहर से जुड़ जाएगा. जिससे निवेश के मार्ग यहाँ खुलेंगे. बेहतर कनेक्टिविटी के साथ यहां बड़े स्तर पर इंडस्ट्री को विकसित किया जा सकेगा.

एसकेए ग्रुप के डायरेक्‍टर संजय शर्मा का कहना है कि न्यू नोएडा में काफी संभावनाएं हैं. 360-डिग्री विकास, जिसमें औद्योगिक, कमर्शियल और आवासीय क्षेत्र शामिल हैं, इसे निवेशकों, व्यवसायों और निवासियों के लिए एक आकर्षक केंद्र बनाता है. निश्चित तौर पर आने वाले समय में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में निवेश बढ़ेगा. जिसका सीधा लाभ रियल एस्टेट को भी होगा.

साया ग्रुप के सीएमडी विकास भसीन का कहना है कि न्यू नोएडा का विकास पूरे क्षेत्र के लिए गेम-चेंजर साबित होगा. उद्योगों, कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों और आवासीय क्षेत्रों के साथ यह महत्वाकांक्षी परियोजना नोएडा की आबादी की बढ़ती मांगों को पूरा करने का वादा करती है. नए नोएडा का भविष्य आशाजनक और रोमांचक है. इसके मास्टर प्लान को मंजूरी यूपी सरकार की ओर से मिल चुकी है. नए नोएडा की सुबह समृद्धि विकास के साथ रेजिडेंशियल और कमर्शियल रियल एस्टेट के लिए भी लाभदायक होगी.

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