MP में बनेगें नए शहर, ग्रीन फील्ड सिटी में मिलेगी तमाम सुविधाएं, 50 हजार करोड़ रूपए खर्च करेगी सरकार
MP News : मध्यप्रदेश में ये ग्रीन फील्ड सिटी आने वाले वर्षों में राज्य को आधुनिक और उन्नत विकास की ओर अग्रसर करेंगी। 50 हजार करोड़ रुपये की लागत से सरकार औद्योगिक क्षेत्र और राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास ग्रीन फील्ड सिटी बनाएगी।

Madhya Pradesh News : मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के विकास को नई दिशा देने के लिए ग्रीन फील्ड सिटी बनाने की योजना तैयार की है। ये नए शहर आधुनिक बुनियादी ढांचे और सभी आवश्यक सुविधाओं से लैस होंगे। इस परियोजना में सरकार 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। ग्रीन फील्ड सिटी पूरी तरह से नई और योजनाबद्ध तरीके से विकसित किए जाने वाले शहर होते हैं। ये शहर आधुनिक तकनीक, पर्यावरण अनुकूलता और सर्व सुविधाओं के साथ तैयार किए जाते हैं।
मध्य प्रदेश में नवीन शहर बनेंगे। इन शहरों को बसाने में राज्य सरकार लगभग पचास हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी। वास्तव में, मध्य प्रदेश सरकार अब स्मार्ट सिटी के बाद ग्रीन फील्ड सिटी बनाने की योजना बना रही है। खास बात यह है कि इन शहरों में 30 प्रतिशत जमीन खेती के लिए सुरक्षित होगी, जहां केवल पेड़-पौधे लगाए जाएंगे। इन शहरों में सड़कें, बिजली, पानी, रेलवे लाइनें, अस्पताल, स्कूल, सोलर सिस्टम और खेती की सुविधाएं होंगी।
नई ग्रीन फील्ड सिटी इन शहरों के आसपास बसेगी
शुरूआती सूचनाओं के अनुसार, मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में भोपाल के निकट नया ग्रीन फील्ड शहर बनाया जाएगा। ग्रीन फील्ड सिटी भी बनाई जाएंगी, जो मंडीदीप-औब्दुल्लागंज के बीच, जबलपुर और कटनी के बीच और रतलाम और पीथमपुर के आसपास होंगे। सरकार प्रदेश में नए ग्रीनफील्ड शहर बनाने की दिशा में काम कर रही है, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त भरत यादव ने बताया। टी एंड सीपी और नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी इसके लिए इन शहरों के लिए स्थान चुनने पर विचार कर रहे हैं।
ग्रीनफील्ड सिटी में कई सुविधाएं होंगी
नई ग्रीन सिटी सब कुछ होगा। रोड, बिजली, पानी, रेलवे लाइन, अस्पताल, स्कूल, सोलर प्रणाली और कृषि सुविधाओं के अलावा अन्य सुविधाएं शामिल होंगी। बताया जा रहा है कि इन ग्रीन सिटी को औद्योगिक क्षेत्र और राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास बसाने से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। नए और पुराने शहर के बीच बेहतर संपर्क बनाने के लिए बेहतर सड़कें भी बनाई जाएंगी।