UP में इन 8 जिलों को मिलाकर बसाया जाएगा नया शहर, उच्च कीमतों पर जमीन होगी अधिग्रहण
New City: नया शहर, जो इन आठ जिलों को मिलाकर बनाया जा रहा है, जमीन के अधिग्रहण में बहुत बड़ी रकम मिलेगी, जिसमें शायद आपके क्षेत्र का नाम भी शामिल होगा। उत्तर में एक नया शहर बनने वाला है। उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के शहरों में बढ़ रही निरंतर भीड़ को कम किया जाए।
UP News: उत्तर में एक नया शहर बनने वाला है। उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के शहरों में बढ़ रही निरंतर भीड़ को कम किया जाए। इसके लिए गांव की जमीन से नया शहर बनाया जाएगा। इसके लिए गांव की जमीन का विधिवत अधिग्रहण होगा। स्थानीय लोगों को विशेष लाभ और सुविधाएं दी जाएंगी, और शहर को व्यापार के लिए व्यवस्थित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल निश्चित रूप से राज्य के लोगों के लिए विकास को आसान बनाएगी। देखें सरकार की पूरी रणनीति।
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अब शायद आपको लगता है कि उत्तर प्रदेश सरकार दिल्ली एनसीआर की तरह एक नया शहर बनाने जा रही है। जानकारी के अनुसार, राज्य की राजधानी लखनऊ और प्रसिद्ध औद्योगिक नगरी कानपुर का विस्तार करके एक नया शहर बनाया जाएगा। यह स्पष्ट है कि इन दोनों शहरों में जनसंख्या लगातार बढ़ रही है। प्रदेश की अधिकांश भीड़ इस ओर आ रही है। लखनऊ राज्य की राजधानी है और कानपुर उत्तर प्रदेश का औद्योगिक हब है, जो इसका सबसे बड़ा कारण है। ऐसे में लोग इन दोनों शहरों में आकर अपने भविष्य की तलाश करते हैं। यही कारण है कि अधिकांश लोग इन दोनों शहरों में रहना चाहते हैं।
बढ़ रही भीड़ होगी कंट्रोल
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, शहर में बढ़ती भीड़ को देखते हुए दोनों शहरों के आसपास बसे छोटे-छोटे शहरों को एक राज्य राजधानी एनसीआर में शामिल किया जाएगा। इससे पूरे क्षेत्र का समग्र विकास हो सकता है। यह कहा गया है कि प्रदेश के इन दोनों शहरों में लगातार बढ़ रही भीड़ की वजह से शहरों को विकसित करना और व्यवस्था करना मुश्किल होता जा रहा है। निवेशकों भी लखनऊ कानपुर कारिडोर पर ध्यान देते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए, लखनऊ और कानपुर के बीच स्थित छोटे-छोटे शहरों को जोड़ना बहुत दुखद होगा। और व्यवस्थित रूप से विकसित किया जाएगा।
8 जिलों में बनेगा नया शहर
उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि इस योजना में राज्य के आठ जिले शामिल होंगे। बताया गया है कि प्रस्तावित एनसीआर में हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी, रायबरेली और कानपुर देहात शामिल हैं, जिसका क्षेत्रफल 34,000 वर्ग किलोमीटर और आबादी लगभग 3 के आसपास है।
योजना कब तक पूरी होगी?
सरकार ने भी इस काम का लक्ष्य तय किया है, जो 2047 तक पूरा होना चाहिए। भी विश्वव्यापी टेंडर जारी करने की योजना बना रहा है। इसके लिए एक सलाहकार टीम चुनी जाएगी, जो संपूर्ण योजना पर अपनी विशिष्ट राय देगी और उन्हें देखेगी भी। इस क्षेत्र का एक मानचित्र बनाया जाएगा। योजना का एक ब्लूप्रिंट बनाया जा रहा है जो शैक्षणिक, चिकित्सा, पुरातात्विक, धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटन स्थलों को शामिल करेगा। जिससे यहां रहने वाले सबसे अच्छी सुविधाएं पा सकें।
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