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UP के 9 जिलों की लाइफलाइन बनेगा नया एक्सप्रेसवे, 8 घंटे का सफर 5 घंटे में होगा तय

UP News : उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का नेटवर्क बहुत तेजी से विकसित हो रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश में एक्सप्रेसवे नेटवर्क में एक और महत्वपूर्ण परियोजना को शामिल किया जा रहा है। रोड नेटवर्क से प्रदेश में आवागमन व्यवस्था आसान होने के साथ-साथ लोगों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है।

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UP के 9 जिलों की लाइफलाइन बनेगा नया एक्सप्रेसवे, 8 घंटे का सफर 5 घंटे में होगा तय 

Uttar Pradesh News : यूपी का गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे नेटवर्क तेजी से काम कर रहा है। इसके बनने से 8 घंटे की यात्रा 5 घंटे में हो जाएगी। 2026 तक बनाने का लक्ष्य है। इस एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के नौ जिलों को भी लाभ होगा। यह सड़क 9 जिलों से होकर गुजरेगी।

उत्तर प्रदेश के तेजी से बढ़ते एक्सप्रेसवे नेटवर्क में एक और महत्वपूर्ण परियोजना शामिल होने जा रही है। गाजियाबाद-कानपुर राजमार्ग का विस्तार 380 किलोमीटर होगा।  इसके बनने से सफर में लगने वाले समय में कमी होगी। गाजियाबाद से कानपुर एक्सप्रेसवे से जाने में सिर्फ साढ़े पांच घंटे लगेंगे। पहले हालाँकि, इस दूरी को तय करने में अभी आठ घंटे लगते हैं। भविष्य में यह एक्सप्रेसवे जेवर एयरपोर्ट को नोएडा से जोड़ सकता है।

गाजियाबाद-कानपुर राजमार्ग

 इस राजमार्ग से गाजियाबाद से कानपुर तक सफर आसान होगा और इससे जुड़ने वाले 9 जिलों को भी विकास मिलेगा।गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे’, जो गाजियाबाद से कानपुर के बीच 380 किलोमीटर लंबा होगा, बनाया जा रहा है। इससे गाजियाबाद से कानपुर की दूरी काफी हद तक कम हो जाएगी। इसके बावजूद, दिल्ली-गाजियाबाद से कानपुर की यात्रा 7 से 8 घंटे लगती है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद सफर मात्र 5.30 घंटे का होगा।

इस राजमार्ग से 9 जिले जुड़ेंगे

इस राजमार्ग ने गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और कानपुर सहित नौ बड़े जिलों को जोड़ेगा। इससे इन जिलों में औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना होगी और यातायात सुगम होगा। एक्सप्रेसवे योजना में क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने के लिए उद्योगों के लिए विशेष क्षेत्र चिन्हित किए जा रहे हैं।

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे मार्ग

ग्रीनफील्ड परियोजना गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे का प्रारंभिक निर्माण चार लेन का होगा, लेकिन बाद में इसे छह लेन तक बढ़ाया जा सकता है। विशेष बात यह है कि भविष्य में यह एक्सप्रेसवे नोएडा के जेवर एयरपोर्ट से भी जुड़ सकता है, जिससे कानपुर की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी।

यातायात प्रबंधन बेहतर होगा

यह राजमार्ग उत्तर में गाजियाबाद-हापुड़ हाइवे (NH-9) से जुड़ेगा और दक्षिण में कानपुर-लखनऊ राजमार्ग से जुड़ेगा। इस परियोजना को पहले हापुड़ से कानपुर तक बनाना था, लेकिन अब हापुड़ से मेरठ एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए 60 किलोमीटर लंबी कनेक्टर रोड बनाई जाएगी. इससे हापुड़ और मेरठ दोनों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।

पूरा होने की उम्मीद है 2026

इस राजमार्ग के निर्माण की शुरुआत हो चुकी है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह 2026 तक पूरा होना चाहिए। एक्सप्रेसवे बनने से उत्तर प्रदेश के यातायात और औद्योगिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव आएगा, जिससे दिल्ली-एनसीआर और कानपुर के अलावा यूपी के अन्य शहरों तक पहुंच सरल हो जाएगी।